बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला से अम्बिका सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि स्वच्छ अभियान अंतर्गत प्लास्टिक अवशिष्ट प्रकरण ईकाई का निर्माण कराया जा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण पर्यावरण में बहुत बदलाव हो रहा है जिसका कारण है समय पर बारिश न होना,गर्मी की वृद्धि तथा बीमारी की समस्या उत्पन्न होना। इसलिए इन सभी से बचाव के लिए सरकार द्वारा प्लास्टिक अवशिष्ट प्रबंधन ईकाई के लिए छह प्रखंडों को चिन्हित किया गया है।

दुनिया का तापमान बढ़ रहा है और इससे जलवायु में होता जा रहा परिवर्तन अब मानव जीवन के हर पहलू के लिए ख़तरा बन चुका है। यदि जलवायु परिवर्तन को समय रहते न रोका गया तो लाखों लोग भुखमरी, जल संकट और बाढ़ जैसी विपदाओं का शिकार होंगे। यह संकट पूरी दुनिया को प्रभावित करेगा। आने वाले समय में तापमान इस क़दर बढ़ जाएगा कि मानव जीवन पर संकट आ सकता है, और इन सब प्राकृतिक आपदाओं के फ़लस्वरूप कई प्रजातियां विलुप्त हो सकती हैं. मानव समाज के आगे यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इस चुनौती से निपटने के लिए कुछ संभावित समाधान भी हैं. सुनने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।

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सड़क किनारे कचरा फेंककर आग लगाना नगर निगम का लापरवाही माने या मजबूरी।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

विद्यपातीं प्रखंड अंतर्गत साहिट पंचायत में हर रोज निकलने वाले कचरे के निस्तारण का प्रबंध नहीं होने के कारण गांव की प्रमुख सड़कों और क्षेत्र की खाली स्थानों पर फेका जा रहा है। कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था न होने से पंचायत के चारों तरफ गंदगी और बदबू फैल रही है। जिस कारण संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।कूड़ा कचरा निस्तारण के लिए साहिट पंचायत में कार्य शुरू नहीं किया गया है। जिसकी वजह से ग्रामीण कचरे को रोड के किनारे फेंक देते हैं। जिससे वहां हमेशा बदबू आती रहती है। राजा चौक रोड पर और पंचायत के कई स्थानों पर खुले में कचरा डंप किया जा रहा है। कचरा से आसपास की आबादी में काफी बदबू फैलती है। यहां से गुजरने वाले राहगीरों को भी नाक पर रुमाल रखकर आना जाना पड़ता है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

विद्यापतिनगर। प्रखंड के क्षेत्र के घरों में विभाग द्वारा पेयजलापूर्ति होती है। इस दौरान क्षेत्र के कई स्थानों में पिछले कई दिन से गंदे व बदबूदार पानी की आपूर्ति की जा रही है। मुहल्लावासियों ने बताया कि राजा चौक, विद्यापतिधाम, साहिट सहित प्रखंड के कई क्षेत्रों में पीएचडीई द्वारा उनके घरों में पेयजल की सप्लाई की जाती है। जबकि घरो पर सप्लाई में दिए जाने वाले पानी पूरी तरह से दूषित व पीने योग्य नहीं है। उल्टा बीमारी होने की वजह बनी हुई है। साथ हीं यह बताया कि पिछले कई महीनों से नल में बहुत ही गंदा, झागयुक्त व बदबूदार पानी आ रहा है। इससे मोहल्ले में पेयजल संकट गहराया हुआ है। बताया कि नल में आ रहा पानी नाली में बहने वाले पानी के समान है। और इसमें कीचड़ व सड़ांध की तरह बदबूदार पानी आ रहा है। यह पानी पीना दूर तो बर्तन धोने के भी काम का भी नहीं है। ऐसे में स्थानीय निवासियों को पेयजल के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। मोहल्लावासियों ने पाईप लाइन को ठीक कर स्वच्छ पेयजल सप्लाई की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को अवगत करवाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस कारण से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दूसरों के घरों में पानी के लिए भटकना पड़ता है।

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