विद्यापतिनगर । बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ एवं बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ व सीटू के संयुक्त तत्वावधान में प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विद्यापतिनगर के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। धरना को सफल बनाने के लिए सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में आशा कार्यकर्ता पीएचसी के द्वार पर पहुंचने लगे थे, इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में तथा सरकार विरोधी नारे भी लगाए। सभा को संबोधित करते हुए जिला मंत्री सुनीता प्रसाद ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तब तक आशा कार्यकर्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने अपनी 9 सूत्री मांगों दुहराते हुए कहा कि सरकार हमसे काम करवाती है लेकिन बदले में उचित मानदेय नहीं देती हैं जो आशा कार्यकर्ताओं का अपमान है। उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगों में 10 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाए, आशा को सरकारी सेवक घोषित किया जाए, आशा फैसिलिटेटर को 20 दिन की बजाय 30 दिन काम दिया जाए, यात्रा भत्ता को 300 से बढ़ाकर 500 किया जाए, कोरोना के समय किए गए कार्य के बदले ₹1000 प्रति माह की दर से बकाया का भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार कई बार मानदेय बढ़ाने का वादा कर चुकी है, परंतु हर बार आशा कार्यकर्ताओं को ठगा जाता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलिटेटर मौजूद थे।