विद्यापतिनगर प्रखंड के कई क्षेत्रों में लोग मटमैले पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पानी भरते ही मिट्टी की परत बर्तनों की सतह पर दिखने लगती है। समस्या उन घरों के लिए किसी सजा से कम नहीं जो पूरी तरह पानी की सरकारी व्यवस्था पर टिके हैं। बारिश के मौसम में चिकित्सक खासतौर पर शुद्ध पानी पीने की सलाह दे रहे है। लेकिन एक सप्ताह से अधिक कुछ पंचायतों में लगे नल जल योजना के नलों में मटमैला पानी आ रहा है। इससे बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है। वहीं रोजाना पेयजल सप्लाई पर अनिश्चितता बनी रहती है कि, पानी कब आएगा। गंदे पानी से परेशान ग्रामीणों ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। आरोप है कि पेयजल आपूर्ति के लिए पंचायत में जो पानी की टंकिया बनाई गई है, उन्हें कई सालों से साफ ही नहीं किया गया है। जिन पाइप लाइनों से होकर पानी गुजरता है, वह भी पुरानी हो चुकी हैं। पाइप लाइन में लीकेज होने की वजह से गंदा पानी नलों में आ रहा है, जिसके कारण ग्रामीण गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र ही साफ पानी की आपूर्ति नहीं हुई तो वह बाल्टियों में गंदा पानी लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।