बिहार राज्य के मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखण्ड से राज किशोर यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बिहार राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई-लिखाई नहीं के बराबर है। अभिभावक अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूलों में पढ़ाते है।और प्राईवेट स्कूलों की किताबें महंगी होने के कारण कितने अभिभावक अपने बच्चों के लिए किताबें नहीं खरीद पाते है।क्योंकि कई बच्चों के अभिभावक मजदूरी का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते है।साथ ही हर महीने स्कूल की फ़ीस भी भरनी पड़ती है। छात्र-छात्रों के अभिभावकों को हर समय चिंता सताये रहती है।अगर बिहार में शिक्षा की यही स्थिति रही तो शिक्षा के बदले अशिक्षा देखने को मिलेगा।

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राज्य बिहार के मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड से राम नरेश ठाकुर जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि मधवापुर में बाढ़ पीड़ित महादलित व हरिजनो को अभी तक मुआवजे की राशि नहीं मिली है।लोग अभी तक छह हजार रुपये के लिए इन्तजार कर रहे है । मधवापुर पंचायत में 13 पंचायत है पर इन 13 पंचायतो में बाढ़ पीड़ित की राशि अधूरी ही लोगो को मिली है।सभी पंचायतों के मुखिया जनप्रतिनिधि आपस में ताल मेल कर प्रति लाभार्थी से हजार रुपये की राशि लेते है उसके बाद ही उनके खाते में सरकारी राशि भिजवाते है।महादलित और हरिजन खाली हाथ मुखिया का दरवाजा खटखटाते है।ऐसे में गरीब खाली हाथ ही रह जाएंगे।मधवापुर में बिचोलियो को राज कब तक रहेगा कायम

राज्य बिहार के जिला मधुबनी प्रखंड साहरघाट से राम नरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि प्रखंड के किसान बोरिंग के लिए तड़प रहे है,पर प्रखंड के किसानों को बोरिंग का लाभ नहीं मिल पा रहा है।मधवापुर में कुल 13 पंचायत है मगर इन 13 पंचायतो में सिचाई के बिना खेती अधूरी होती है । 2004 का पम्पिंग पाईप आज भी मिट्टी के अंदर ही दबा हुआ है।यह पाईप अगर मधवापुर की किसी किसान को मिल जाती तो किसान का भविष्य और मधवापुर का भविष्य उज्जवल बन जाता। इन पाइपों का इस्तेमाल प्रखंड में जगह जगह बिजली के खंभे लिए किया जाता है। इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल झुग्गी झोपड़ी बनाने में भी किया जाता है।ऐसा रीति रिवाज मधवापुर में ही देखा जा रहा है।इसमें सुधार लाया जाये जिससे किसानों का भविष्य बन सके।

राज्य बिहार के जिला मधुबनी के प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की मधवापुर प्रखंड के बेनीपट्टी के मोहम्मदपुर बिजली विभाग अभियंता को लोग कब तक शिकायत करते रहेंगे।बिजली बिल और मीटर को लेकर एक दिन में कई आवेदन लोगो द्वारा दिए जा रहे है। पर बिजली अभियंता इन आवेदनों पर सुनवाई नहीं कर रही है। एक तरफ बिजली को लेकर सरकार कर्ज में डूबी रही और दूसरी तरफ बिजली उपभोक्ता डूब रहे है। यहाँ पर ठेकेदार के माध्यम से मीटर रीडिंग कर बिजली बिल निकलवाया जाता है जिसमे किसी माह बिजली बिल 200-250 रहता है और अगले माह में ही बिजली बिल और ज्यादा बढ़ जाता है जिसे देखकर उपभोक्ता घबरा जाते है और शिकायत करने कार्यालय पहुंचते है

राज्य बिहार के जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से रामनरेश ठाकुर जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधवापुर प्रखंड के शाहरघाट के ताड़ी दुकानों में खुलेआम शराब मिल रही है।वर्ष भर पहले सरकार ने शराब के विरुद्ध मानव शृखंला निकाली थी।सरकार ने ताड़ी दुकानदारों पर ध्यान नहीं दिया अब उसी का फायदा ताड़ी दूकान वाले उठा रहे है और ताड़ी के साथ साथ पड़ोसी देश से शराब लाकर लोगो को शराब की भी बिक्री कर रहे है।

जिला मधुबनी से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मधवापुर प्रखंड क्षेत्र में स्कूल बच्चों के छात्र-छात्राओं को अभी तक नहीं मिली है छात्रवृत्ति पोशाक का रुपया जिसकारण छात्र-छात्राएं इस ठन्डे में निराश है।मधवापुर प्रखंड के छात्र-छात्राओं को पिछले वर्ष का ही पोशाक की राशि अभी तक नहीं मिला है और अब अगला साल भी आने वाला है फिर भी मधवापुर के स्कूल के प्रधानध्यापक,बैंक कर्मी और बी.इ.ओ.लापरवाही कर रहे है।ऐसा करने के पीछे कुछ कारण हो सकता है,इसके लिए सरकार मधवापुर के छात्र-छात्राओं को राशि नहीं भेजती है जिस कारण छात्र छात्राओं को निराश करती है।शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण पढ़ाई में भी कमी देखी जा रही है।वही इस विषय पर स्कूल की छात्रा अंजू कुमारी जो कक्षा सात में पढ़ती है उनका कहना है कि पोशाक की राशि अभी तक नहीं मिला है और उसकी राशि अगर मिल जाती तो इस ठण्ड मौसम में कपड़ा ख़रीदा जा सकता है और इस ठण्ड के मौसम से बचा जा सकता है।इसलिए इनका जिला प्रसाशन से अनुरोध है तथा मधवापुर के शिक्षा विभाग,बी.इ.ओ. और स्कूल के प्रधानध्यापक को अविलम्भ पोशाक की राशि देनी चाहिए

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जिला मधुबनी प्रखंड मधवापुर से राजकिशोर यादव जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मधवापुर प्रखंड के बलवापुर पंचायत भवन में किसान चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमे किसानो के साथ हो रही कठिनाइयों पर कृषि विभाग के संजय कुमार ने किसानो को भिन्न भिन्न प्रकार की जानकारिया दी। बैठक में किसानो ने भी समस्याए रखी जैसे की नदी रहते हुए भी सिंचाई का लाभ नहीं मिल रहा है।समय समय पर बीज ,खाद उपलब्ध कराया जाये। किसानो के लाभ हेतु कृषक बैंक स्तर पर होना चाहिए।

बिहार राज्य के मधुबनी जिला से मनोजकांत जी मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकरी दे रहे हैं की आने वाले नए वर्ष में उपभोक्ताओं को बिजली कटने से पहले ही सूचित कर दिया जाएगा।आने वाले वर्ष में बिजली वितरण कम्पनीयों के लिए बिजली कटौती से पूर्व ही उपभोक्ताओं को जानकारी देना अनिवार्य किया जा सकता है।बिजली मंत्रालय के सचिव ए.के भल्ला ने बताया की राज्यों के साथ बैठक कर इसे अनिवार्य करने का फैसला लिया जाएगा।बिजली कटौती की पूर्व जानकारी एक नए ऍप्लिकेशन ऊर्जा मित्र के द्वारा देने की योजना बनाई गयी है।जिसके द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की सुचना एसमएस या अन्य तरीकों से दी जायेगी