बिहार राज्य के मधुबनी जिला से संवाददाता अमर ज्योति ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दी है कि 2 जुलाई से 6 जुलाई तक बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही थी।इसके बाद दो दिन तक घूम-घूम कर घर जा कर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है ,जिसका आज आखिरी दिन है।इसके बाद चिन्हित जगहों पर पोलियो की खुराक नहीं पिलाई जाएगी। इसकी जानकारी डब्लू .एच.ओ के सदस्य विनय गुप्ता और कालीचरण झा ने दी।

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जिला मधुबनी प्रखंड जयनगर से अमर ज्योति जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की बिहार सरकार की स्वास्थ्य विभाग लाचार है।सीमांकन क्षेत्र के अस्पताल में जीवन रक्षक दवा का आभाव पाया गया है।जयनगर अनुमंडलीय अस्पताल में एंटीरेबीज और एंटीस्नैक की दवा नहीं है ,वही दूसरी ओर कागज़ पर ही मलेरियां और कालाजार की दवा का छिडक़ाव गावं में कर दिया गया है।इतना ही नहीं जयनगर अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी एस.के विश्वकर्मा जी अस्पताल में कम बैठते है और अपना क्लिनिक में ज्यादा बैठते है।इस और जिला प्रभारी को ध्यान देने की आवश्यकता और उन पर कारवाई करने की जरुरत है।साथ ही अस्पताल में हो रही असुविधाओं को दूर करने की भी जरुरत है ।

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बिहार जिला मधुबनी,प्रखण्ड जयनगर से अमर ज्योति जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि शिक्षा के स्तर में जो गिरावट आ रही है उसकी जिम्मेदार सरकार भी है। क्योंकि शिक्षक को विभिन्न प्रकार के कार्यो में सरकार द्वारा ही लगाया जाता है जैसे जनगणना ,आर्थिक गणना ,पशु गणना ,पाल्स पोलियों से लेकर मधयाह्न सूचि तैयार करना,मतगणना करना और चुनावी ड्यूटी। इतने सारे काम सकुशल करने वाले शिक्षक इतने आक्रामक और आयोग्य कैसे हो सकते है।शिक्षकों में आक्रामकता और अयोग्यता का मूल कारण उनका स्कूलों में अनुपस्थित रहना है।प्राथमिक शिक्षा की दुर्दशा का सारा ठेका सरकारी स्कूल के शिक्षकों के सिर पर नहीं थोपा जा सकता।इसके लिए सरकारी नीति और कल्चर जिम्मेदार है।जबतक शिक्षकों को गैर कार्यक्रमों में लगाया जायेगा तबतक कैसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कल्पना की जा सकती है।

बिहार राज्य के मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड से संवाददाता अमर ज्योति ने जानकारी दी है कि जयनगर प्रखंड डेली पट्टी मुख्य मार्ग पर लगभग 100 मीटर में नीचे तो ढलाई सड़क है लेकिन ऊपर 6-7 इंच पानी का जमाव है।क्यूंकि सड़क के दोनों और गाँव है और जल की उचित निकासी न होने के कारण जल का जमाव सड़क पर हो जाता है।जबकि इस पानी को कमला नहर में गिराया जा सकता है।लेकिन इस पर प्रशासन और मुखिया की तरफ से ध्यान न देने के कारण आम जनता को बहुत परेशानी होती है।ये सड़क चौबीसों घंटे चालु रहती है फिर भी किसी का ध्यान इस पर नहीं जाता है और पानी की निकासी नहीं कराई जाती है

बिहार राज्य के मधुबनी जिला के जयनगर प्रखंड से संवाददाता अमर ज्योति ने जानकारी दी है कि रमजान के महीने में सेवई और खजूर के काउंटर जयनगर में जगह-जगह सजने लगे हैं और लोग खरीदारी भी कर रहे हैं । रमज़ान के महीने में प्र्त्येक वर्ष दूर-दूर से आकर लोग खजूर और सेवई का काउंटर सजाते हैं ,जिसकी बिक्री भी जोरों पर होती है।पर्व खत्म होने पर अपने दोस्तों हुए रिश्तेदारों का स्वागत भी इसी सेवई और खजूर से किया जाता है

जिला मधुबनी प्रखंड जयनगर से अमर ज्योति जी मधुबनी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की मेन रोड पर जलजमाव और कचड़ा फैला हुआ है।जयनगर मेन रोड पर पानी की उचित निकासी न होने की वजह से वाटरचौक से लेकर ब्लॉक सड़क तक दोनों और कचरा एवं कीचड़ जयनगर पंचायत की पोल खोलता है कि साफ-सफ़ाई पर किस कदर ध्यान दिया जा रहा है।पार्षद और आम जनता के द्वारा संसद ,विधायक एमएलसी को शहर के मेन रोड के दोनों ओर नाला निर्माण के लिए लिखित आवेदन दिया गया है।फिर भी अभी तक नहीं बनाजिस कारण आम जनता ुर दूकानदार परेशान है।थोड़ी बारिश होने पर भी कीचड़ से गुजरने को विवश है जनता

जिला मधुबनी से प्रखंड जयनगर से अमर ज्योति जी कहते है की पूर्व मध्य रेलवे के दरभंगा जयनगर खंड की अंतराष्ट्रीय सीमा पर स्थित जयनगर रेलवे स्टेशन की साफ़ सफाई का बिलकुल भी ध्यान नहीं रखा जाता है। जबकि केंद्र सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है। पर केंद्र सरकार के सफाई कर्मी इसको नजरअंदाज कर रेलवे स्टेशन की साफ़ सफाई नहीं