कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने गाइड लाइन जारी किया है। जिसमें सभी अस्पतालों में डॉक्टर से लेकर लेकर स्टॉफ व पारामेडिकल स्टॉफ मास्क पहनेंगे व भर्ती मरीज को भी मास्क उपलब्ध कराया जाएगा। मगर हालत यह है कि यहां सिविल सर्जन को छोड़ किसी के चेहरे पर मास्क नहीं दिखता है। यहां तक कि लक्ष्य कार्यक्रम का निरीक्षण करने आई टीम के भी चेहरे पर मास्क नहीं था, जो चर्चा का विषय बन गया है। अब तक जिले में 16 कोरोना के मिले हैं मरीजबताया जाता है कि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर स्वस्थ्य विभाग में मेंडेटरी कर दिया है कि सरकारी अस्पतालों में सभी मास्क लगा कर काम करेंगे। लेकिन यह निर्देश ठंडा बस्ता में ही रह गया है। जबकि कोरोना का मरीज जिला में लगातार मिल रहा है। अभी तक पिछले महीने से लेकर अब तक 16 कोरोना पॉजिटिव केस मिला है जिन्हें होम क्वारंटाइन किया गया है। बुधवार को ही दो कोरोना के मरीज मिले थे। सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने आज फिर से निर्देश दिया कि सरकार के निर्देश का सख्ती से पालन किया जाय।