विकास कार्यों में केन्द्रीय राशि का हिस्सा अधिक रहता है। उसमें राज्य सरकार का शेयर कम रहता है। मोतिहारी शहर के विकास के लिए वे हमेशा तत्पर रहे हैं। जिससे कई योजनाओं का कार्यान्वयन शुरू हुआ है। जिसमें मोतीझील का जीर्णोद्धार,रोईंग क्लब से सड़क का होने जा निर्माण आदि शामिल है। नगर निगम का गठन हो चुका है लेकिन अभी बोर्ड की कोई बैठक नहीं हुई है। बोर्ड की बैठक होती तो कोई निर्णय आता। लेकिन यहां तो अपना पीठ थपथपाकर वाहवाही लेने की होड़ मची है जो काफी हास्यास्पद है। यह बातें पूर्व मंत्री सह नगर विधायक प्रमोद कुमार ने मंगलवार को गांधी कॉम्पलेक्स स्थित बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एक अरब से अधिक की पेयजल योजना से किसी भी घर में पानी नहीं मिल रहा है। शहर से कचरा उठाव की चिंता नहीं है। नाला पर स्लैब है या नहीं ,इसकी चिंता नहीं है। सड़कों पर अतिक्रमण है,यह समस्या गंभीर बनी हुई है। नगर निगम में लंबित प्रोजेक्ट पर काम नहीं हो रहा है।