सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

ऐसे मनाना होली का त्यौहार, पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार, यह मौका अपनों को गले लगाने का, तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार।होली के दिन हर जगह जश्न का माहौल होता है,भारत में होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है कई राज्यों में वसंत ऋतु के आगमन होते ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती हैं।होली के दिन लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग व गुलाल लगाते हैं,घरों में तरह तरह के पकवान बनाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं।तो आइये दोस्तों हम भी मनाये बिना पानी के गुलाल और रंगो वाली सुखी और स्वस्थ होली। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से होली के शुभ अवसर पर आप सभी को ढेरो बधाइयां।

शक्ति मनोविज्ञान में विश्वास करते है। इसीलिए शिक्षा के द्वारा बच्चों की मानसिक शक्तियों,स्मरण , विवेक और निर्णय आदि के विकास पर बल देते है

विद्यार्थियों को मानव समाज का पूरा ज्ञान दिया जाना चाहिए ताकि वे जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें ।बच्चा प्रकृति और मानव समाज दोनों से जुड़ा हुआ है

वास्तववादी भौतिक जीवन को वास्तविक नहीं मानते हैं । उनके अनुसार , शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो मनुष्य को इस भौतिक जीवन के लिए तैयार करे ।

शिक्षा का अर्थ केवल पढ़ने - लिखने या साक्षरता से नहीं है

मानव जीवन का अंतिम उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति है। ईश्वर की प्राप्ति के लिए सत्यम शिवम और सुंदरम की प्राप्ति आवश्यक है । शिक्षा के उद्देश्य के अनुसार उपरोक्त तीन तत्वों को प्राप्त करना है , जो क्रमशः मनुष्य की शारीरिक , नैतिक और कलात्मक गतिविधियों के आध्यात्मिक मूल्य हैं ।

गाँधी जी अपने समय के शिक्षा प्रणाली से असंतुष्ट थे। ऐसी प्रणाली नवीय , सामाजिक , राजनीतिक और नागरिक गुणों का विकास नहीं करती थी। देश की गरीबी हटाओ पर इसका कोई योगदान नहीं था

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा पशुओं में होने वाले थनैला रोग के कारण ,लक्षण व उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.