मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल ने विकास खंड क्षेत्र के ग्राम गणेशपुर नेवादा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का तहसील में समाधान दिवस में आते समय औचक निरीक्षण किया। उन्होंने क्षेत्र के ग्राम गौरिया प्रहलादपुर में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया, और गांव में गंदगी देखकर नाराजगी व्यक्त कर तत्काल प्रभाव से साफ सफाई के लिए निर्देशित किया।

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्य तिथि से चल रहे स्पर्श कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय बसंतीपुर एवं विकासखंड परसेंडी के ग्राम बाबूगंज स्थित कृष्ण कृपा ज्ञानस्थली इंटर कॉलेज व परसेंडी पुरवा प्राथमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं को कुष्ठ रोग के लक्षणों की जानकारी देते हुए उनसे भेदभाव न करने की अपील की गई व उन्हें इलाज हेतु स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाने तथा मुख्यधारा में लाने के लिए हर संभव प्रयास के लिए संकल्प दिलाया गया। इस मौके पर परसेंडी ब्लॉक के श्री कृष्ण कृपा ज्ञानस्थली इंटर कॉलेज में उपस्थित प्रबंधक , प्रधानाचार्य , शिक्षकों तथा छात्र छात्रोंओ को जिला अधिकारी का संदेश पढ़कर सुनाया गया जिसे सभी छात्र छात्राओं ने दोहराया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के संजय वर्मा पीएमडब्ल्यू व आशुतोष जोशी ने बताया कि कुष्ठ रोगी की पहचान करना बहुत ही आसान है हमें कुष्ठ रोगियों को खोज कर जल्दी से जल्दी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचना है जिससे उनका समय रहते उपचार हो सके व दिव्यांगता से बचाया जा सके साथ ही कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति से व उनके परिवार के सदस्यों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने की शपथ दिलाई एवं कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए अपना पूरा योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया।

शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्था,, सेन्ट्रल स्क्वायर फाउण्डेशन नई दिल्ली,, की टीम ने प्राथमिक विद्यालय ईरापुर में छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता तथा विधालय की गतिविधियों का ज़मीनी स्तर पर अध्ययन एवं आकलन किया, अध्ययन टीम का नेतृत्व शिक्षा विधि और विशेषज्ञ सुवा प्रसन्ना प्रुस्ती ने किया, अध्ययन में शिक्षकों का कक्षा में व्यवहार, छात्रों से भावनात्मक जुड़ाव, विषय वस्तु की प्रस्तुति तथा छात्रों के सीखने की गति, पठन क्षमता आदि के बारे में तकनीकी जानकारी प्राप्त की। अध्ययन टीम ने भाषा और गणित विषय में छात्रों के सीखने की गति एवं क्रम तथा दक्षताओं का जायजा लिया।

सीतापुर जिले में 36 केन्द्रों पर समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी की पहली पाली की परीक्षा हुई संपूर्ण जिला प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराई गई परीक्षा

बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। बैठक में शिक्षकों, अभिभावकों और स्वयं सेवी संस्था के पदाधिकारियों ने विभिन्न शैक्षिक मुद्दों पर चर्चा की व बेहतर उपस्थिति , निपुण लक्ष्य प्राप्त करने वाले और खेलों में प्रतिभाग करने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। बैठक में उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए स्वयं सेवी संस्था के सरबजीत सिंह ने अभिभावकों का आवाहन किया कि ,सभी लोग अपने बच्चों को प्रति दिन विधालय अवश्य भेजें ,जिससे बच्चों की शिक्षा बेहतर होगी और आप के बच्चे पढ़ लिख कर काबिल बनेंगे इससे आप का और आपके गांव का नाम रोशन होगा।

इलाही बक्स इंटर कॉलेज में स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के संजय वर्मा पीएमडब्ल्यू व आशुतोष जोशी ने उपस्थित शिक्षकों और छात्र छात्राओं को कुष्ठ रोग के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कुष्ठ रोगियों से कोई भी भेदभाव न करें कुष्ठ रोग एक ठीक होने वाली बीमारी है। इस मौके पर कॉलेज के प्रधानाचार्य अरविंद कुमार ,भगत सिंह , दुर्गेश, प्रतिभा यादव ,कामना बाजपेई ने भी कुष्ठ रोग के लक्षणों से अवगत कराया व कुष्ठ रोगियों से सामान्य व्यवहार करने की अपील की। डॉक्टर बालकृष्ण ने बच्चों को स्वास्थ्य व स्वच्छता के बारे में जागरूक किया। कॉलेज के प्रधानाचार्य द्वारा जनपद को कुष्ठ रोग से मुक्त कराने की जिला अधिकारी की शपथ सभी बच्चों को दिलवाई गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमलेश वर्मा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि हरगांव ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भूरि भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आशीष कश्यप क्षेत्रीय मंत्री अवध क्षेत्र भाजपा, अमित भार्गव सदस्य जिला पंचायत सीतापुर, डा एहतशाम शानू थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राम सागर राजवंशी स्कूल संस्थापक ने की उन्होंने इस मौके पर विद्यालय की प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।

2016 में 14% छात्र औपचारिक शिक्षा से बाहर थे जो कि देश में 2023 में भयानक सुधार होने के बाद भी अब मात्र 13.2 फीसद बाहर हैं ... 2016 में 23.4 फीसद अपनी भाषा में कक्षा 2 का पाठ नहीं पढ़ पाते थे आज 2023 में अति भयानक सुधार के साथ ये आंकड़ा 26.4 प्रतिशत है ... देश के आज भी 50 फीसद छात्र गणित से जूझ रहे हैं ... मात्र 8 साल में गणित में हालात बद से बदतर हो गए ... 42.7% अंग्रेजी में वाक्य नहीं पढ़ सकते हैं... अगर आप सरकार से जवाब माँगिए , तो वे कहती है कि वो लगातार बैठकें कर रहे हैं लेकिन असर की रिपोर्ट बताती है कि ये बैठकें कितनी बेअसर हैं... तो विश्व गुरु बनने तक हमें बताइये कि *-----आपके गांव या जिला के स्कूलों की स्थिति क्या है ? *-----वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? *-----और आपके गाँव के स्कूलों में स्कुल के भवन , बच्चों की पढ़ाई और शिक्षक और शिक्षिका की स्थिति क्या है ?

हमारे देश में सभी को शिक्षा का अधिकार है लेकिन लड़कियों को इसके लिए कहीं अधिक संघर्ष करना पड़ता है। कई बार घर के काम के बोझ के साथ स्कूल के बस्ते का बोझ उठाना पड़ता है तो कभी लोगों की गंदी नज़रों से बच-बचा के स्कूल का सफर तय करना पड़ता है। जैसे-तैसे स्कूल पहुंचने के बाद भी यौन शोषण और भावनात्मक शोषण की अलग चुनौती है जो रोज़ाना उनके धैर्य और हिम्मत की परीक्षा लेती है। ऐसे में लड़कियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन के साथ साथ समाज की भी है। तब तक आप हमें बताइए कि * -----लड़कियों के स्कुल छोड़ने के या पढ़ाई पूरी ना कर पाने के आपको और क्या कारण नज़र आते है ? * -----आपके हिसाब से हमें सामाजिक रूप से क्या क्या बदलाव करने की ज़रूरत है , जिससे लड़कियों की शिक्षा अधूरी न रह पाए।

सीतापुर। जिले के 19 विकास खंडों के 1086 विद्यालयों ने यू डायस पोर्टल पर अपनी प्रोफाइल अपडेट नहीं की है। इसमें अधिकांश संख्या शहरी व नगर क्षेत्र में स्थित विद्यालयों की है। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने इसकी समीक्षा कर स्कूलों को जल्द डाटा बेस अपडेशन का निर्देश दिया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इसमें करीब 600 स्कूल शहरी व नगर क्षेत्र में स्थित हैं। परिषदीय संग वित्त पोषित विद्यालय भी सूची में शामिल हैं। इस सूची में कुछ मदरसे भी शामिल हैं। गौरतलब है कि जिले में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित सभी शिक्षण संस्थानों को यू डायस पोर्टल पर अपना डेटा बेस अपडेट करना है। बृहस्पतिवार को इसकी समीक्षा में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 1086 स्कूलों को चिन्हित किया है। इन स्कूलों ने यू डायस पोर्टल पर अपना डेटा बेस अपडेट नहीं किया है। डेटाबेस अपडेट न होने के कारण स्कूलों में शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचने में समस्या आएगी। जिसमें मध्यान्ह भोजन योजना, यूनीफार्म व विद्यालय में अन्य योजनाएं शामिल हैं।