सीतापुर। रामकोट के हुमायूंपुर में 10 साल से बिजली आ रही है। लेकिन घरों में मीटर नहीं लगे हैं। अभियान चलाकर गांव के 54 घरों में बिजली के मीटर लगाए गए। अब इन उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के अनुसार ही बिजली का बिल देना पड़ेगा। विद्युत वितरण मंडल द्वितीय के तहत हुमायूंपुर में लगातार राजस्व का नुकसान हो रहा था। खपत के अनुसार राजस्व नहीं आ रहा था। लाइनलॉस के चलते बिजली विभाग ने गांव में चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान घरों में अनुमानित बिल आ रहे थे। एक किलोवाट के कनेक्शन पर तीन से चार किलोवाट का लोड मिला। इस पर गांव के 54 उपभोक्ताओं के घर मीटर लगवाए गए। ग्रामीणों ने पहले मीटर लगवाने से आनाकानी की। उसके बाद अफसर ने सख्ती की। इसके बाद पूरे गांव में मीटर लगवा दिए गए।

पिसावां(सीतापुर)। विद्युत उपकेंद्र में केबल फुंकने से करीब 150 गांवों की बिजली गुल हो गई है। दिनभर मरम्मत का काम चलता रहा। लेकिन देर शाम तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। इस कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। सुबह के समय बिजली न आने से कई जगहों पर पेयजल संकट भी गहराया गया। रात करीब तीन बजे पिसावां फीडर की ट्राॅली से जुड़ा केबल फुंक गया। जिसके बाद गुरसंडा व बहादुरनगर फीडर की सप्लाई भी बंद कर दी गई। बिजली विभाग की एक टीम मरम्मत करने में जुट गई। ये लोग दिनभर मरम्मत का काम करते रहे लेकिन शाम तक आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। इस वजह से सुबह के समय घरों में पानी का संकट खड़ा हो गया। घरों के इन्वर्टर डिस्चार्ज हो गए। दिनभर व्यापारी बिजली आने का इंतजार करते रहे। मोबाइल भी ठप होने से लोग एक दूसरे से संपर्क नहीं कर सकें। अवर अभियंता लक्ष्मी नारायण ने बताया कि फॉल्ट ठीक की जा रही है।

सीतापुर। 3200 उपभोक्ताओं के मीटर खराब पड़े हैं। इसके चलते इन उपभोक्ताओं को बिजली बिल अनुमानित दिया जा रहा है। अब इन मीटरों को अभियान चलाकर बदला जाएगा। जिले में नए मीटर का स्टॉक आ गया है। पावर कॉर्पाेरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बुधवार को वीडियो क्रांफेंसिंग के जरिए समीक्षा की। अधिशासी अभियंता द्वितीय दिलीप कुमार गुप्ता को निर्देश दिए कि खराब मीटरों को जल्द बदला जाए। अधिशासी अभियंता ने बताया कि 3200 मीटर खराब हैं। इनको बदलने की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन मीटर जिले में न होने की वजह से ये बदले नहीं जा सके थे। उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी कनेक्शनधारक अनमीटर्ड न रहें। उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के अनुसार ही बिल दिए जाएं। इसके बाद अधीक्षण अभियंता नंदलाल ने अधिशासी अधिकारियों के साथ विद्युत वितरण मंडल द्वितीय में बैठक की।

सीतापुर। सिटी उपकेंद्र से जुड़े मोहल्लों में बुधवार को पांच घंटे बिजली गुल रही। इसके चलते कारखानों में कामकाज ठप रहा। घरों में रखे इन्वर्टर भी डिस्चार्ज हो गए। आटा चक्की न चलने से भी परेशानी बढ़ गई। सिटी उपकेंद्र में बुधवार को मरम्मत का काम प्रस्तावित था। इसके चलते सुबह 10 से शाम पांच बजे तक शटडाउन लिया गया था। इस कारण आलमनगर, गदियाना, पुराना सीतापुर सहित 25 मोहल्लों में बिजली गुल रही। आटा चक्की चलाने वाले महेश ने बताया कि पांच घंटे की कटौती के कारण तमाम लोगों को समय से उनका गेहूं पीसकर नहीं दे सका। अब रात में काम करना पड़ेगा। इसी तरह अन्य कुटीर उद्योग-धंधे भी प्रभावित हुए। एसडीओ रवि गौतम ने बताया कि दोपहर तीन बजे के बाद बिजली आपूर्ति सुचारु हो गई।

सीतापुर साहब.. तीन महीने बीत गये हैं। मीटर रीडर नहीं आया। रीडिंग केवल 150 हुई। लेकिन बिल पर चढकऱ 300 यूनिट आ गया है। कुछ इस तरह की शिकायतें मंगलवार को मुख्य अभियंता के सामने आईं। उन्होंने अधिशाषी अभियंता को तत्काल बिल में सुधार करने की निर्देश दिए। मुख्य अभियंता विवेक अस्थाना मंगलवार को बिसवां विद्युत वितरण मंडल के नंदईपुरवा में लगे शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उनको उपभोक्ताओं ने शिकायत की, कि मीटर रीडर बहुत मनमानी करते हैं। वह वास्तविक रीडिंग लेने नहीं आते है। इसके चलते बिल जमा करने में दिक्कत आती है। ऐसी कई शिकायतें उपभोक्ताओं ने की। उन्होंने अधिशाषी अभियंता को प्रत्येक घर की हर माह वास्तविक रीडिंग लेने के निर्देश दिए। इसके बाद मुख्य अभियंता ने विद्युत वितरण मंडल द्वितीय में अफसरों के साथ बैठक की।

सिधौली ग्रामीण उपकेंद्र से जुड़े करीब 100 गांवों में बिजली कटौती ने लोगों को खूब परेशान किया। दिनभर में महज तीन घंटे ही बिजली आई। कारण, ट्रांसफॉर्मर की क्षमता वृद्धि के चलते शटडाउन लिया गया था। दूसरे ट्रांसफॉर्मर से जोड़कर गांवों में कुछ घंटे ही बिजली दी गई। सुबह के समय बिजली न होने से पेयजल संकट भी खड़ा हो गया। बिजली न होने से सिंचाई भी प्रभावित हुई। करीब एक आबादी को परेशानी उठानी पड़ी। सिधौली ग्रामीण उपकेंद्र पर दो ट्रांसफॉर्मर रखे हुए हैं। एक पांच एवीएम व दूसरा 10 एमवीए का है। इस पांच एमवीए ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाकर 10 एमवीए की जाएगी। इसके लिए रविवार को शटडाउन लिया गया था। ट्रांसफॉर्मर से मास्टरबाग व महमूदाबाद मार्ग के करीब 100 गांव जुड़े हैं। इन गांवों में रविवार को बिजली आपूर्ति बाधित रही। दूसरे ट्रांसफॉर्मर के जरिए इन गांवों में दोपहर के समय महज तीन घंटे ही आपूर्ति दी गई।

खैराबाद स्थित धनीपुर की एमबी फ्लोर मिल में रिमोट से हो रही बिजली की चोरी का मामला पकड़ में आने के बाद अब बड़े उपभोक्ताओं के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। मंगलवार को सिनेमाहाल व एक शोरूम में चेकिंग की गई। हालांकि यहां सब कुछ सामान्य मिला। अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार गुप्ता व विजिलेंस की टीम ने नैपालापुर इलाके में चल रहे एचसीएम सिनेमाहाल की जांच की। बिजली आपूर्ति को लेकर खंभे पर लगे मीटर को चेक किया। उसके बाद अंदर लगे मीटर से रीडिंग का मिलान किया। इसके बाद महिंद्रा शोरूम में जांच की। इन दोनों स्थानों पर विजिलेंस टीम ने करीब दो घंटे तक चेकिंग की। अधिशासी अभियंता ने बताया इस दौरान सबकुछ सामान्य मिला है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सीतापुर से चन्दन मिश्रा, की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुभाष मिश्रा से हुई। सुभाष मिश्रा बताते है कि उनको सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है जिसके कारण वह परेशान है।

लाइट नहीं आने से परेशान हैं गांव के लोग ग्राम रामीपुर गोडवा जिला सीतापुर सुभाष मिश्रा

अभी तक गांवों में विकास कार्य कराने तक सीमित ग्राम प्रधानों के पास एक नया काम आ गया है। ग्राम प्रधान अब बिजली विभाग को राजस्व वसूलने में मदद करेंगे। वह ग्रामीणों को एकमुश्त समाधान योजना की जानकारी देकर बकाया बिल जमा करवाएंगे। जिलाधिकारी ने यह जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को दी है। 21 नवंबर को सभी विकासखंडों पर बिजली विभाग के अफसरों की विकास विभाग के साथ बैठक होगी। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने शुक्रवार को एकमुश्त समाधान योजना की समीक्षा की। इस दौरन राजस्व वसूली कम मिलने पर प्लान तैयार किया गया। इसके तहत 21 नवंबर को जिले के 19 विकासखंडों पर बैठक होगी। इस बैठक में बिजली विभाग के अफसर, बीडीओ व ग्राम प्रधान सम्मिलित होंगे।