बाघेल राजा रामचंद्र (1555-92), अकबर का एक समकालीन था। तानसेन, महान संगीतकार, रामचंद्र के अदालत में थे और वही से अकबर द्वारा उनके दरबार में बुलाया गया था। रामचंद्र के बेटे, बिर्धाब्रा की विक्रमादित्य नामक एक नाबालिग बंदोहगढ़ के सिंहासन से जुड़ गए थे।

पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से खाली चल रही सतना जिला पंचायत के सीईओ की कुर्सी को नया अफसर मिल गया है। भोपाल से महीप किशोर तेजस्वी को सतना जिला पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी पदस्थ किया गया है। लंबे समय के बाद जिला पंचायत की कमान एक बार फिर आईएएस अफसर की बजाय राज्य प्रशासन सेवा (राप्रसे) अधिकारी को सौंपी गई है। हालांकि एक अफसर मिलने के साथ ही सतना से एक और अफसर का तबादला भी कर दिया गया है जबकि नगर निगम आयुक्त का पद भी अभी खाली ही है।

मध्यप्रदेश के सतना जिले में मझगवां रेंज में पिछले 15 दिनों में पांच बाघों को देखा गया है। एक बाघ को मझगवां आरटीओ बैरियर के पास देखा गया था, जिसने हजारा नाला के पास एक गाय का शिकार भी किया था। इसके चार दिनों बाद ही तीन बाघ वन विभाग के ट्रैप कैमरों में कैद हुए थे। जिले के मझगवां क्षेत्र के जंगल में इन दिनों बाघों की चहल कदमी देखी जा रही है। इस बीच बुधवार की रात भी एक बाघ यहां सड़क पर नजर आया, जो मोबाइल कैमरे में कैद हो गया। सतना वन मंडल के मझगवां वन परिक्षेत्र में बाघ सड़क पार करते देखा गया। मझगवां बस्ती से दो किमी दूर पवरिया बाबा आश्रम के पास रात लगभग आठ बजकर 25 मिनट पर बाघ सड़क पार कर रहा था। इस दौरान एक कार सवार ने उसे मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। हालांकि बाघ जल्द ही झाड़ियों में घुस कर जंगल की तरफ बढ़ गया। बाघ के मूवमेंट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ है।बाघों का प्राकृतिक कॉरिडोर है मझगवां रेंज सतना वन मंडल की मझगवां रेंज का यह इलाका बाघों का पुराना प्राकृतिक कॉरिडोर भी माना जाता है। बरौंधा के जरिए पन्ना टाइगर रिजर्व के जंगलों से जुड़ने वाला यह क्षेत्र यूपी के रानीपुर इलाके से भी जुड़ा है। रानीपुर में वन अभयारण्य बनाए जाने को हाल ही में यूपी की योगी सरकार ने मंजूरी दी है। सरभंगा अभयारण्य बनाने की मांग सतना जिले के इस क्षेत्र में पिछले काफी समय से उठ रही है। लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक इच्छा शक्ति की कमी के कारण सब कुछ ठंडे बस्ते में ही पड़ा है। जबकि जानकारों की मानें तो यहां के जंगल बाघों के लिए अनुकूल हैं। इस क्षेत्र में बाघों की बढ़ती तादाद भी इसका बड़ा सबूत है।

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कॉलोनाइजर्स एक ही रजिस्ट्रेशन पर कही पर भी निर्माण कार्य कर सकेंगे। कॉलोनाइजर्स को अब अलग-अलग नगरीय निकायों में रजिस्ट्रेशन कराने से निजात मिलेगी। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होने के साथ 30 दिन की समय-सीमा में प्रमाण-पत्र जारी किए जाएँगे। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से प्रक्रिया सरल होगी और प्रदेश के विकास में तेजी आएगी। मध्यप्रदेश नगर पालिका कॉलोनी विकास नियम 2021 के जरिए अवैध कॉलोनियों के नियमितीकरण के भी प्रावधान किए हैं। आवेदन की सुविधा ई-नगर पालिका पोर्टल, एमपी अर्बन वेबसाइट, ई-सर्विस पोर्टल पर उपलब्ध है ।

कौशल विकास संचालनालय, मध्यप्रदेश के तत्वाधान में शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सतना में 11 मार्च 2024 को प्रातः 9.30 बजे से एक दिवसीय प्रधानमंत्री नेशनल अप्रेन्टिसशिप मेला का आयोजन किया जा रहा है। मेले में 4 विभिन्न बड़ी कम्पनियां द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के कक्षा 10वीं, 12वीं और आईटीआई उत्तीर्ण पुरूष की भर्ती की जायेगी। इच्छुक अभ्यर्थी तीन प्रतियों में बायोडाटा आधारकार्ड, बैंक खाता का विवरण, पासपोर्ट साइज की फोटो एवं शैक्षणिक योग्यता से संबंधित दस्तावेजों के साथ आईटीआई सतना में आयोजित अप्रेन्टिसशिप मेले में सम्मिलित हो सकते हैं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देशन में निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु संचालित सशक्त वाहिनी अभियान में अध्यनरत 6 बालिकाओं द्वारा मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की गई है। इन बालिकाओं में सुश्री अन्नपूर्णा बागरी, सिंजनी पटेल, अंदना कुशवाहा, स्मिता कुशवाहा, संक्रांता सिंह और अंकिता दहिया शामिल है। कलेक्टर श्री वर्मा ने बालिकाओं की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

मैहर में प्रतिवर्ष होने वाले ख्यातिलब्ध उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत समारोह इस वर्ष 7 से 9 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। जिला प्रशासन स्थानीय आयोजन समिति मैहर एवं नागरिकों के सहयोग से संस्कृति विभाग और उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के संयुक्त आयोजन में तीन दिवसीय समारोह का समापन 9 मार्च को रात्रि 8 बजे से किया जाएगा। स्टेडियम ग्राउंड मैहर में आयोजित इस समारोह की समापन संध्या में मैहर बैंड की बृंद वादन की प्रस्तुति के बाद अनुप्रिया देवताले दिल्ली द्वारा बायोलिन, पंडित हरीश तिवारी द्वारा नई दिल्ली द्वारा गायन, उस्ताद शाबिर खां, पंडित सुदीप चट्टोपध्याय एवं शिराज अली खां कोलकाता द्वारा तबला, बांसुरी, सरोद-तिगल बंदी की प्रस्तुतियां दी जायेंगी। इसके पश्चात पंडित नवल किशोर मल्लिक नई दिल्ली द्वारा धु्रपद गायन और स्थानीय कलाकारों के साथ समारोह का समापन होगा। सांस्कृतिक संध्या में सभी का प्रवेश निःशुल्क रहेगा।

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मध्यप्रदेश के सतना जिले से महज 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिरसिंहपुर के गैवीनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सुबह से भी मंदिर से लेकर सम्पूर्ण परिक्रमा पथ पर भगवान गैवीनाथ के भक्तों की असंख्य भीड़ रही।आपको बता दें कि भगवान गैवीनाथ की महिमा पाताल खंड में वर्णित है।समूचे विश्व में यदि खंडित शिव लिंग की पूजा होती है तो वह केवल बिरसिंहपुर के भगवान गैवीनाथ शिव जी की होती है।यहाँ प्रत्येक सोमवार, अमावस्या,पूर्णिमा के साथ साथ बसंत पंचमी व महाशिवरात्रि पर्व पर हजारों की भीड़ रहती है।यहाँ पर देश के हर राज्यों से श्रद्धालु भक्त जलाभिषेक करने आते हैं।यहाँ की मान्यता यह भी है कि कोई भी तीर्थ यात्री यदि चारधाम की यात्रा पूर्ण करता है।यदि गैवीनाथ मंदिर में जलाभिषेक नहीं करता तो उसकी चारधाम यात्रा सफल नहीं मानी जाती।इसी उपलक्ष्य पर सतना कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा व जिला पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष गुप्ता भी जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिये।साथ ही व्यवस्था का जायजा लेते रहे।यहाँ हर हर महादेव के जयकारों से पूरे दिन गैवीनाथ धाम गुंजायमान होता रहा।साथ ही रात्रि में भगवान भोलेनाथ की बारात बारातियों के साथ तालाब के दूसरे छोर में बने पार्वती मंदिर में मय गाजे बाजे के साथ जायेगी व भगवान शिव का विधि-विधान पूर्वक विवाह होगा।