Transcript Unavailable.

पन्ना टाइगर रिजर्व के घने जंगलों के बीच स्थित प्राचीन गुफा में विराजे झलारिया महादेव के दर्शन के लिए 21 फरवरी को भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। बता दे की झलारिया महादेव के दर्शन साल में केवल एक बार होते हैं। अन्य दिनों में यहां आना-जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहता है। बताया गया है कि बसंत पंचमी से यहां भागवत कथा एवं विशेष धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ होता है। और पांचवें दिन पूर्णाहुति के साथ भंडारा होता है, इसी दिन आम नागरिकों को दर्शन नसीब होते हैं। जिससे झलारिया महादेव के दर्शन के लिए भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। यहां आने के और भी कई नियम कायदे बताए गए हैं यहां कोई मोटरसाइकिल या अन्य खुले वाहन से नहीं पहुंच सकता, केवल चार पहिया वाहन ही अलाउड है। क्योंकि रास्ते में बाघ तेंदुआ सहित कई हिंसक और खूंखार वन्य प्राणियों से सामना हो सकता है।

Transcript Unavailable.

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पहले दिन हीरा नीलामी में बिके 83 लाख 51 हजार 806 रूपए कीमत एवं 78.54 कैरेट वजन के 36 हीरे। कलेक्टर हरजिंदर सिंह ने किया निरीक्षण। कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में हीरा नीलामी शुरू हुई। जिला कलेक्टर के निर्देशन में आज प्रथम नीलामी में उथली हीरा खदानों से प्राप्त 124.27 कैरेट वजन के कुल 76 हीरों को विक्रय के लिए रखा गया, जिसमें 83 लाख 51 हजार 806 रूपए कीमत एवं 78.54 कैरेट वजन के 36 हीरों का विक्रय किया गया। कलेक्टर हरजिंदर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पहुंचकर हीरा नीलामी प्रक्रिया का अवलोकन भी किया। बतादे कि उक्त हीरा नीलामी तीन दिनों तक चलेगी जिसमें दूर-दूर से हीरा व्यापारी इन हीरो की नीलामी में शामिल होने के लिए आए हैं।

1. उथली हीरा खदानों से प्राप्त हीरो की नीलामी शुरू। 2. पहले दिन रखे गए 30 ट्रे के माध्यम से 76 नग हीरे। 3. आकर्षण का केंद्र बना 14 केरेट 21 सेंट का हीरा। 4. दिल्ली, मुम्बई, गुजरात और सूरत से हीरा व्यपारी हुए शामिल। एंकर :- पन्ना जिले में उथली हीरा खदानों से प्राप्त 156 नग हीरो की नीलामी हीरा कार्यालय में आज से शुरू हो गई है जो 23 फरवरी तक चलेगी इस नीलामी मे 286.41 कैरेट के छोटे बड़े उज्ज्वल, मटमैले आदि किस्म के हीरे रखे जाएंगे जिनकी अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपये है। वही आज नीलामी के पहले दिन हीरा व्यपारियो के लिए हीरो की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमे हीरा व्यपारियो को हीरे दिखाए गए। इसके बाद पहले दिन की नीलामी शुरू हुई जिसमें 30 ट्रे के माध्यम से 76 नग हीरे पहले दिन नीलामी में रखे गए। वही हीरो की नीलामी में सूरत, गुजरात, मुंबई राजस्थान आदि स्थानों से हीरा व्यापारी शामिल हुए।

Transcript Unavailable.

wildlife

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

चतरा को झारखण्ड या छोटा नागपुर का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। 1857 के विद्रोह के दौरान छोटानागपुर में विद्रोहियों और ब्रिटिशों के बीच लड़ा जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई ‘चतरा की लड़ाई’ थी। चतरा झारखंड राज्य की राजधानी से रांची जिले से करीब 124 किलोमीटर दूर है। चतरा में आप सड़क माध्यम के द्वारा पहुंच सकते है। और क्या क्या घूमने लायक है चतरा ज़िले में , ये जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।