उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से रामप्रकाश ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाएं कई क्षेत्रों में बहुत पिछड़ी हुई हैं जिनमें उन्हें आरक्षण देकर आगे लाने की आवश्यकता है। यह कदम जल्द से जल्द उठाना होगा अन्यथा हमारी महिलाओं को काफी दबा दिया जाता है जिससे नारी शक्ति भी मजबूत होगी।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज के आधुनिक युग में महिलाओं को संपत्ति का अधिकार मिलना महत्वपूर्ण है। क्योंकि आज महिलाओं और पुरुषों को समान दृष्टि से देखा जा रहा है जितना शिक्षा और नौकरियों में पुरुष हैं,महिला भी तो महिलाओं के लिए संपत्ति पर समान अधिकार होना आवश्यक है। इसके लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए और अपनी बेटियों को अपने अधिकारों के बारे में सिखाना चाहिए। आजकल देखा जाता है कि महिलाएं अनपढ़ हैं, निरक्षरता के कारण उन्हें समाज में आने वाली विभिन्न प्रकार की जानकारी नहीं मिल पा रही है, हालांकि अब कुछ महिलाओं को गूगल के माध्यम से विभिन्न प्रकार की जानकारी मिलती है\ कौन सा नियम है कि कौन सा कानून कहाँ है, लेकिन अगर जागरूकता होती तो वे खुद इसके बारे में जानती। उन्हें अपने अधिकारों की लड़ाई में आत्मनिर्भर बनना चाहिए और संपत्ति का अधिकार प्राप्त करें। जब तक महिला आत्मनिर्भर नहीं होंगी देश पूरी तरह से विकसित नहीं हो सकता।
यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो इंडियन रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा एनटीपीसी नॉन टेक्निकल10+2 के 3445 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी भी बोर्ड से बारहवीं पास किया हो , इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 33 वर्ष होनी चाहिए। इन पदों पर वेतनमान नियम अनुसार दिया जाएगा। ओबीसी व सामान्य वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपये व अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति और पीएच वर्ग के लिए 250 रुपये है, इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://www.sarkariresult.com/railway/rrb-ntpc-undergraduate-06-2024/ योग्य उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन परीक्षा के बाद किया जाएगा। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 20/10/2024 है ।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुमित त्रिपाठी से बातचीत की। सुमित त्रिपाठी का कहना है कि पिता की संपत्ति में बेटियों को भी अधिकार मिलना चाहिए। क्योंकि बेटियां भी बेटों की तरह पिता की संपत्ति होती हैं। शादी के बाद बेटियां अपने ससुराल चली जाती हैं. पति का घर उसका हो जाता है। किसी कारण वश कोई विपत्ति पड़ने पर पिता अपने संपत्ति पर बेटियों को हिस्सा देता है। ऐसे में बेटियां अपने परिवार का भरण पोषण कर सकती हैं। इसलिए बेटियों को पिता की संपत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से स्नेहा उपाध्याय से साक्षात्कार लिया। स्नेहा उपाध्याय ने बताया कि महिलाओं को भूमि में हिस्सा मिलना चाहिए। यदि बहन आर्थिक रूप से कमजोर है,पति कमाते नही हैं या ससुराल में प्रताड़ित किया जाता है,तो इस परिस्थिति में बहन अपने जीवन को संवारने के लिए भाई से पैतृक सम्पत्ति में हिस्सा के सकती है। मगर यदि बहन के ससुराल में सब ठीक है और वो खुश है तब उसे सम्पत्ति में हिस्सा नही मिलना चाहिए। बहन जबरदस्ती सम्पत्ति में हिस्सा लेगी तो इससे भाई - भौजाई से सम्बन्ध ख़राब हो जाएगा
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला सम्पत्ति अधिकार पर क्षेत्र के लोगों की अलग अलग राय है। कुछ लोगों का विचार है कि प्राचीन काल से महिलाओं को संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाता है, तो आज संपत्ति का अधिकार क्यों दिया जा रहा है? ज्यादातर महिलाओं को पिता की सम्पत्ति में हिस्सा नही चाहिए , बल्कि पति के की सम्पत्ति में हिस्सा चाहिए। समाज में कई महिलाएं आज भी अनपढ़ हैं। सबसे पहले महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करना आवश्यक है, तभी महिलाएं सशक्त होंगी और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रदीप मिश्रा से साक्षात्कार लिया। प्रदीप मिश्रा ने बताया कि जिस घर बेटा नही है वहां महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। लेकिन जिनके घर में बेटी और बेटा दोनों हैं,वहां बेटी को सम्पत्ति में हिस्सा नही देना चाहिए। संपत्ति बंटवारा को लेकर भाई - बहन के रिश्तों में दरार आ सकता है ।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रामभजन चौधरी से बातचीत की। रामभजन चौधरी का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार नहीं देना चाहिए ,क्युकी इससे भाई बहन के रिश्ते में दरार आ सकता है। पहले से ये नियम नहीं था, तो आज भी ये लागू नहीं होना चाहिए। बेटियों की शादी में खर्च भी होता है और वो संपत्ति में अधिकार लेंगी , ये वाज़िब नहीं है
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से आलोक श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नितेश से बातचीत की।नितेश का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति में अधिकार मिलना बहुत जरुरी है। आज कल महिलाये भी किसी से कम नहीं है, वो भी शिक्षित होंगी तो उन्हें भी अधिकार मिलना चाहिए। जैसे पुरुषो को अधिकार मिल रहा है , वैसे महिलाओं को भी अधिकार मिलना चाहिए। पहले के मुकाबले आज की महिलायें ज्यादा शिक्षित हो रही है। घूँघट प्रथा अब ख़त्म हो रहा है, और महिलाये आगे बढ़ रही है
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...