उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीरनगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मोबाइल वाणी पर महिला संपत्ति अधिकार पर आधारित कार्यक्रम चलाया जा रहा है और, इसके बारे में लोगों से पुछा भी जा रहा है। कुछ लोगो को कहना है , की महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाना चाहिए, जबकि कुछ लोगो का कहना है,की उन्हें संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीरनगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि, हमारे माता पिता हमारा साथ छोड़ सकते है, लेकिन वृक्ष हमारा साथ कभी नहीं छोड़ते। इसलिए हमें पौधे लगाना चहिये और पर्यावरण को साफ़ और सुरक्षित बनाने के लिए भी हमें पेड़ लगाने चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से लालमोहन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मोबाइल के माध्यम से उन्हें महिला अधिकार के बारे में जानकारी मिला। उनका कहना है कि उन्हें और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली , जिसके बारे में उन्हें पता नहीं था , इसलिए वो मोबाइल वाणी का धन्यवाद कर रहे है।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से रंगीलाल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अपनी जमीन, अपनी आवाज़ कार्यक्रम उन्हें बहुत अच्छा लगा। उनका कहना है कि महिलाओं का जागरूक करने का ये बहुत अच्छा साधन है और इससे महिलायें विकास कर सकती है
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीरनगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को जागरूक करने के लिए मोबाइल वाणी पर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। भारत जैसे देश में भी महिलाओं को आधी आबादी पीछे रह गई है। अशिक्षित होने के कारण महिलाये पीछे रह जा रही है। आज भी महिलाये अपने घरो से बाहर नहीं निकलती है और अपनी बात रखने से संकोच करती है। शिक्षा के आभाव के कारण महिलाये पीछे रह जाती है
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उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीरनगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार दिलाने के हित में मोबाइल वाणी पर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जहाँ तक हो सके महिलाओं को जागरूक किया जा सके और महिलाओं के विचारो को सुनना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीरनगर से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अभी भी महिलाओं को उनका हक़ दिलाने में पुरूष पीछे हैं। महिलाओं को अधिकार देना आवश्यक है चाहे भूमि की संपत्ति हो या जो भी योजनाएं हों, यहां तक कि सरकार की योजनाएं भी हों, वे देने में भी पीछे हैं।महिलाएं समाज में अपनी आवाज तभी उठा सकती हैं जब वे घर से बाहर निकलती हैं। एक तिहाई से अधिक महिलाएँ अभी तक शिक्षित नहीं हैं बहुत कम प्रतिशत महिलाएँ अपने अधिकार देने में पीछे रह जाएंगी जब तक कि वे शिक्षित न हों। इसलिए महिलाओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी बेटियों को शिक्षित करें और उन्हें स्कूल भेजें, तभी हमारा देश महिलाओं से आगे हो सकता है क्योंकि अब अभी भी ऐसी कई महिलाएं हैं जो घर से बाहर नहीं निकलती हैं क्योंकि महिलाओं को भी आगे आने की जरूरत है तभी वे अपना अधिकार ले सकती हैं और हम बहुत कुछ देख सकते हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि देश के महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं ने काम किया है। अगर व्यवहारिक तौर पर आज तक महिलाओं को सम्पत्ति का अधिकार नही दिया गया है। इसका मुख्त कारण महिलाओं में व्याप्त अशिक्षा है। शिक्षित महिलाओं ने सम्पत्ति अधिकार के लिए रूचि नही दिखाया। महिलाएं शिक्षित होंगी तो अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी।