मैरवा: जीरादेई विधानसभा क्षेत्र के विजयीपुर में विधायक अमरजीत कुशवाहा के जनता दरबार मे भूमि विवाद, कब्रिस्तानों का घेराबंदी, मदरसा की बाउंड्री, सुरक्षा गार्ड के बहाली में धांधली समेत दर्जनों मामले सामने आये थे। विधायक ने एक एक करके सभी फरियादी की बात सुनते हुए इस संबंध में लिखित आवेदन लिया। कबीरपुर गांव से पहुंचे मो0 मोहिउद्दीन और असगर अली के साथ पंचायत के पूर्व मुखिया अशोक प्रजापति ने कहा कि मदरसा इस्लामिया में बाउंड्री नही होने से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। गांव यूपी से सटे होने के कारण आये दिन मदरसा के ग्राउंड में असमाजिक तत्व शराब की बोतलो को फेक देते है। जिससे पठन पाठन कराने में शिक्षको को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को सुनते हुए विधायक अमरजीत कुशवाहा ने अपने फंड से मदरसा में बाउंड्री जल्द से जल्द कराने तथा कब्रिस्तान में घेराबंदी को लेकर डीएम से बात करने का आश्वाशन दिया। तितरा गांव के एक युवक ने सुरक्षा गार्ड में बहाली में धांधली करने का शिकायत किया है। सभी मामले को जल्द से जल्द निष्पादन कराने को कहा है। आपको बता दे कि विधायक के जनता दरबार को जीरादेई विधानसभा क्षेत्रों के ग्रामीण खूब सराहना कर रहे है। क्योंकि यहां पहुंचने वाले सभी फरियादी की समस्या का समाधान होने लगा है। जिसको लेकर जनता दरबार मे ग्रामीणों की भीड़ उमड़ने लगीं है।
सिवान: आन्दर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी श्री वीरेंद्र प्रसाद केसरी ने शुक्रवार को राजकीय बालिका मध्य विद्यालय आन्दर का औचक निरीक्षण किया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पहुंचने से शिक्षक कर्मियों में हड़कंप मच गया. इस दौरान विद्यालय में पहुंचे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय में उपस्थित शिक्षकों से विद्यालय में चल रही परीक्षाओं की जानकारी ली. साथ ही साथ विद्यालय में चल रहे आईसीटी लैब की भी जानकारी ली. तथा इससे संबंधित कई निर्देश शिक्षकों को दिया. इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार श्रीवास्तव, शिक्षक कमाल अहमद, सुरेंद्र प्रसाद यादव, अखिलेश कुमार, सीआई विकास कुमार गोंड, दिलीप कुमार साह, अवधेश राम आदि शिक्षक उपस्थित थे।
सिवान जिला के सभी सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में अध्यनरत वर्ग 1 से VIII के छात्र-छात्राओं का अर्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 2024 बुधवार से शुरू हो गया है. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई है. जिसमें बुधवार को पहली पाली में सामाजिक विज्ञान तो दूसरी पाली में विज्ञान की परीक्षा ली गई. इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर अर्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 2024 में वृक्षण कार्य हेतु प्रखंड स्तर पर एक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक को दूसरे विद्यालय में प्रतिनियुक्ति किया गया है. जैसे बेसिक स्कूल आंदर के शिक्षकों का एमएस आंदर गर्ल स्कूल में, एमएस आंदर गर्ल स्कूल के शिक्षको का बेसिक स्कूल आंदर में, वहीं शिक्षक कमाल अहमद ने बताया कि यह अर्धवार्षिक परीक्षा 18 सितंबर से शुरू हुआ है जो 26 सितंबर 2024 तक चलेगा. मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव कमाल अहमद अनीश कुमार दिलीप कुमार साह विकास कुमार सुरेंद्र प्रसाद यादव अखिलेश कुमार, अवधेश राम आदि शिक्षक मौजूद थे।
जी हाँ साथियों, शिक्षा का मानव जीवन में एक अलग महत्व है. शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है जो न सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है बल्कि समाज को एक सही रास्ता भी दिखाता है। शिक्षा से समाज में फैले अंधकार को मिटाया जा सकता है। शिक्षा हर वर्ग के लोगों के लिए जरूरी है. हरेक वर्ग को शिक्षा के महत्व को समझाने के उद्देश्य से विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है।दुनिया भर में साक्षरता दर को बढ़ावा देने के उदेश्य से और सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए यूनेस्को ने 7 नवंबर 1965 में इस दिन को मनाने का पहल किया। इसके बाद 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से लेकर हर वर्ष 8 सितंबर को साक्षरता दिवस मनाया जाता है. तो साथियों, आइये हम सब मिलकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रण लें और इस पहल में अपना योगदान दें। आप सभी श्रोताओं को समस्त मोबाइल वाणी परिवार की ओर से विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
सरकार द्वारा लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने और गांवों में पीएम आवास योजना के तहत 70 प्रतिशत से ज्यादा मकान महिलाओं को देने से देश में महिलाओं की गरिमा बढ़ी तो है। हालांकि, इन सबके बावजूद कुछ ऐसे कारण हैं जो महिलाओं को जॉब मार्केट में आने से रोक रहे हैं। भारत में महिलाओं के लिए काम करना मुश्किल समझा जाता है. महिलाएं अगर जॉब मार्केट में नहीं हैं, तो उसकी कई सारी वजहें हैं, जिनमें वर्कप्लेस पर काम के लिए अच्छा माहौल न मिल पाना भी शामिल है . दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि *----- नौकरी की तलाश में महिलाओं को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। *----- आपके अनुसार महिलाओं के नौकरी से दूर होने के प्रमुख कारण क्या हैं? *----- महिलाओं को नौकरी में बने रहने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
भारत में महिला श्रम शक्ति भागीदारी में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, हालांकि वैश्विक औसत की तुलना में यह कम आधार पर है। ।स्टेट ऑफ वर्किंग इंडिया रिपोर्ट 2023 के अनुसार, भारत में महिला कार्यबल की संरचना विकसित हो रही है, जिसमें उच्च शिक्षा प्राप्त युवा महिलाओं की संख्या बढ़ रही है जो श्रम बाजार में शामिल हो रही हैं। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी कामकाजी आयु वाली आबादी होने का अनुमान है, जो 2030 तक लगभग 70% तक पहुंच जाएगी, लेकिन कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी का वर्तमान निम्न स्तर लगातार असहनीय होता जा रहा है।तो दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि *----- महिलाएं किन प्रकार के कार्यों में अधिकतर अपना ज्यादा समय लगाती है ? *----- महिलाओं को उच्च पदों पर पहुंचने में क्या क्या चुनौतियां आती हैं? *----- आपके अनुसार महिलाओं को कार्यस्थल पर किन प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ता है? और महिलाओं को उद्यमिता और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत हैं? *----- क्या आपको भी लगता है कि समाज को इस दिशा में सोच बदलने की ज़रूरत है .?
दोस्तों, समाज में लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए सामाजिक असमानता को दूर करना सबसे ज़रूरी है। शिक्षा, जागरूकता, और कानूनों का कड़ाई से पालन करके हम एक ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ पुरुषों और महिलाओं को समान अधिकार और अवसर प्राप्त हों। तो दोस्तों, हर समस्या का समाधान होता है आप हमें बताइए कि _____ हमारे समाज में लैंगिक असमानता क्यों मौजूद हैं? _____आपके अनुसार से लैंगिक समानता को मिटाने के लिए सरकार के साथ साथ हमें किस तरह के प्रेस को करने की ज़रूरत है ?
दोस्तों, हमारे यह 2 तरह के देश बसते है। एक शहर , जिसे हम इंडिया कहते है और दूसरा ग्रामीण जो भारत है और इसी भारत में देश की लगभग आधी से ज्यादा आबादी रहती है। और उस आबादी में आज भी हम महिला को नाम से नहीं जानते। कोई महिला पिंटू की माँ है , कोई मनोज की पत्नी, कोई फलाने घर की बड़ी या छोटी बहु है , कोई संजय की बहन, तो कोई फलाने गाँव वाली, जहाँ उन्हें उनके मायके के गाँव के नाम से जाना जाता है। हम महिलाओ को आज भी ऐसे ही पुकारते है और अपने आप को समाज में मॉडर्न दिखने की रीती का निर्वाह कर लेते है। समाज में महिलाओं की पहचान का महत्व और उनकी स्थिति को समझने की आवश्यकता के बावजूद, यह बहुत दुःख कि बात है आधुनिक समय में भी महिलाओं की पहचान गुम हो रही है। तो दोस्तों, आप हमें बताइए कि *-----आप इस मसले को लेकर क्या सोचते है ? *-----आपके अनुसार से औरतों को आगे लाने के लिए हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है *-----साथ ही, आप औरतों को किस नाम से जानते है ?
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के नारे से रंगी हुई लॉरी, टेम्पो या ऑटो रिक्शा आज एक आम दृश्य है. पर नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च द्वारा 2020 में 14 राज्यों में किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि योजना ने अपने लक्ष्यों की "प्रभावी और समय पर" निगरानी नहीं की। साल 2017 में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में हरियाणा में "धन के हेराफेरी" के भी प्रमाण प्रस्तुत किए। अपनी रिपोर्ट में कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ स्लोगन छपे लैपटॉप बैग और मग खरीदे गए, जिसका प्रावधान ही नहीं था। साल 2016 की एक और रिपोर्ट में पाया गया कि केंद्रीय बजट रिलीज़ में देरी और पंजाब में धन का उपयोग, राज्य में योजना के संभावित प्रभावी कार्यान्वयन से समझौता है।
सिवान जिले के पचरूखी मे स्वाभिमान कोचिंग सेंटर सहालौर के छात्र छात्राओं का मैट्रिक में लहराया परचम। इस दौरान कोचिंग के संचालक रंजीत कुमार और उनके टीम द्वारा बच्चों के उज्वल भविष्य हेतू बृहस्पति वार को सम्मानित किया गया। इस दौरान घड़ी,कॉपी , पेन , कप तथा मेडल पहना अनेक प्राइज देकर समानित किया गया। मैट्रीक के छात्र शाहबाज अली 452, आदित यादव 441, अंकुश कुमार 438, कुशुम कुमारी, 415 शिवम कुमार 404, आकृति कुमारी, अंकित कुमार, रविकृष्ण कुमार, बिकी कुमार, प्रिंस कुमार, अमीषा कुमारी, प्रीतम कुमार, गुरगेश कुमार, अनूप कुमार, शुभम शर्मा, रोबिन कुमार सहित कुल तीन दर्जन छात्र छात्राओं को सम्मानित किए गए। ये सभी छात्र छात्राओं ने इस संस्था के साथ अयोध्या अग्रवाल सनातन धर्म उच्च बिद्यालय सह इंटर कालेज बडकगांव का भी नाम रोशन किए है। मोके पर शिक्षक अरेंद्र प्रसाद, अशोक सिंह, अमरेश प्रसाद गौरीशंकर कुमार मौजूद थे।