"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा किसानों को आम की फसल में गमोसिस रोग नियंत्रण हेतु जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ अशोक झा प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दे रहे हैं।विभिन्न कृषि पद्धति अपनाकर अलग अलग फसलों को बिना रसायन के उपजाया जा सकता है और उपज भी अच्छी होती है, इसकी पूरी जानकारी सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा किसानों को बता रहे है कि आम की फसल में जाला कीट का नियंत्रण कैसे करें। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू जैविक खेती के फ़ायदे के बारे में जानकारी दे रहे हैं। ग्रीष्मकालीन फसल में जीवामृत का प्रयोग कैसे करनी चाहिए , इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा बेल वाली फसलों में कद्दू का लाल कीड़ा के निदान की जानकारी दे रहें हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

सिसवन प्रखंड क्षेत्र के बघौना चंवर में बुधवार की खेतों में लगे गेहूं की फसल मे आग लग गई. देखते ही देखते आग से करीब 3 बीघा से अधिक क्षेत्र में लगे गेहूं के फसल जलकर राख हो गए.आग लगने की सूचना जैसे ही किसानों को मिली. किसान दौड़ते हुए खेत पर पहुंचे और आग पर काबू पाने का कोशिश करने लगे लोग जक तक आग पर काबू पाते तबतक करीब तीन बिघा गेहूं की फसल राख हो चुका था.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा बदलते मौसम में पशुओं की विशेष देखभाल और इस समय होने वाले पशुओं में विभिन्न रोगों की जानकारी दे रहें हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू गर्मी के मौसम में धनिया की खेती कैसे करनी चाहिए,इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

बिहार राज्य के सिवान जिला के सिसवन प्रखंड क्षेत्र के रामपुर पंचायत के पचभिंडा चंवर में शनिवार को खेतों में लगे गेहूं की फसल मे आग लग गई. देखते ही देखते आग से करीब 15 बीघा से अधिक क्षेत्र में लगे गेहूं के फसल जलकर राख हो गए. आग लगने की सूचना जैसे ही किसानों को मिली. किसान दौड़ते हुए खेत पर पहुंचे और आग पर काबू पाने का कोशिश करने लगे, लेकिन आग इतनी भयावह थी कि किसानों की कुछ नहीं चली.आनन-फानन में इसकी सूचना स्थानीय सीओ और अग्निशमन विभाग को दी गई.सूचना मिलते ही सीओ पंकज कुमार और अग्निशमन विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा पपीता के फसल में वृक्ष रोपण के छह महीने बाद प्रति पौधा उर्वरक देना चाहिए की जानकारी दे रहें हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें