आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे अपने श्रोताओं की राय

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम जानेंगे एसएचजी यानि की स्वयं सहायता समुह से जुड़ने के क्या फायदे हैं और इससे जुड़ कर कैसे आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं।

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पोषण पखवाडा के दौरान दरौली प्रखंड के दोन पंचायत के आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 65 पर मंगलवार को चौपाल का आयोजन किया गया. जिसमें ICDS डिपार्टमेंट की सीडीपीओ पिंकी कुमारी और पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि राजेश तिवारी के द्वारा समुदाय के लोगो को पोषण पर जानकारी दी. वही उन्होंने खान पान में मोटे अनाज उपयोग करने को लेकर लोगों को सलाह दिया इस चौपाल में मुखिया इंदु कुमारी, स्वास्थ विभाग से शशि रंजन, एवं स्वयं सहायता ग्रुप की सदस्यो ने भी भाग लिया.

सिवान जिला के रघुनाथपुर प्रखंड के खुजवा पंचायत के अमवरी गांव में जीविका दीदी द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया, इस अभियान के माध्यम से जीविका दीदी द्वारा लोगों से लोकसभा चुनाव में मतदान करने की अपील की गई

आपका पैसा आपकी ताकत की पहली कड़ी में हम सुनेंगे की कैसे बचत कर सकते हैं और डिजिटल लेन देन क्यों जरुरी है

जीविका दीदी एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुई

बिहार के सिवान जिला की रघुनाथपुर की रिपोर्ट: प्रखंड के मुराद पट्टी गांव में जीविका दीदी द्वारा बीपीएम अभिषेक कुमार सिंह के मार्गदर्शन में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया, आगामी लोकसभा चुनाव के मुद्दा नजीब सत्यम महिला ग्राम संगठन जीविका वीडियो द्वारा दलित बस्तियों में जाकर मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक किया तथा मतदाता जागरूकता अभियान

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बिहार के सिवान जिला से राहुल कुमार की रिपोर्ट: सिवान जिला स्थित बड़हरिया के कोइरीगांवा पंचायत का महिला खाद्य सुरक्षा समूह हरदियां और भोपतपुर पंचायात स्थित अंबे महिला कृषक हित समूह की महिला किसान व्यापक पैमाने पर बटन मशरूम का उत्पादन कर रही हैं। आत्मा सीवान के तत्वावधान में गठित इन समूहों की महिला किसान अपने बुलंद हौसले से नया कीर्तिमान बना रही है। इन समूहों की महिला किसान यदि अपने घरों पर इसी तरह मशरूम का उत्पादन करती रहीं तो वह दिन नहीं है जब बड़हरिया मशरूम उत्पादन का हब बनेगा। युवाओं और महिलाओं को रोजगार मिलेगा और मशरूम उत्पादक महिला किसान आत्मनिर्भर बनेंगी।ये बातें हरदियां में आयोजित किसान पाठशाला में मशरूम की तुड़ाई में लगे प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह ने कहीं। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों को परंपरागत खेती के साथ ही मशरूम की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसे अपना कर महिला किसान न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से मजबूत होंगी, बलकि वे आत्मनिर्भर भी बनेंगी। बीटीएम सतीश सिंह की देखरेख में आज पांचवें दिन मशरूम की तुड़ाई की गयी। जिसका वजन एक क्विंटल पांच किलोग्राम पाया गया।