लू लगने के लक्षण और घरेलू उपचार के साथ साथ सावधानियां और बचाव के तरीके, डॉक्टरी सलाह के साथ गर्मी से निपटने की तैयारियां। क्या आपने भीषण गर्मी यानी लू लगने के ऐसे लक्षण खुद में या अपने परिवार, दोस्त या पड़ोसी में देखे हैं? अगर हाँ, तो आपने या उन्होंने ऐसे में क्या कदम उठाए? भीषण गर्मी से जुड़ी और किस तरह की जानकारी आप सुनना चाहेंगे?

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि उत्तरप्रदेश में 46 डिग्री से कम नहीं हो रहा है। रात में भी 30 से 32 डिग्री तापमान रहता है। लोग गर्मी से बेहाल हो रहे है। लोग बीमार हो रहे है ,शरीर में पानी की कमी हो रही है। यह लू तीन से चार दिन चलने की संभावना है। अभी बारिश और हवा का कोई संभावना नहीं है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि आज कारखानों में सबसे अधिक प्रदूषण फ़ैल रहा है पर वाहन ने भी वायु प्रदूषण बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाई है।कई ऐसे कारक है जो वायु प्रदूषण बढ़ा रहे है। वायु प्रदूषण से तापमान भी बढ़ रहा है। गर्मी बढ़ने से जलवायु में परिवर्तन होने लगता है। जैसे-जैसे हवा उच्च दबाव वाले क्षेत्र से निम्न दबाव वाले क्षेत्र की ओर बढ़ती है, गर्मी अधिक होती है। हमे पेड़ पौधे अधिक से अधिक लगाना चाहिए ,इससे गर्मी में राहत मिलने के आसार है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि बारिश न होने से हवा की गुणवत्ता ख़राब हो रही है। आग लगने की घटनाएँ हो रही है। सेहत को भी नुक्सान हो रहा है। गर्मी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अधिकतर तापमान 43 से 44 डिग्री बना हुआ है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली।, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि बिजली विभाग में लगे ट्रांसफॉर्मर भी पंखों को ठंडा करने के लिए लगाए गए हैं। विभाग उन ट्रांसफॉर्मरों को ठंडा करने के लिए पंखे और कूलर का उपयोग कर रहा है जो अत्यधिक गर्मी में भी प्रभावित हो रहे हैं। विभाग के वैज्ञानिकों द्वारा यह खुलासा किया जा रहा है कि 21 तक गर्मी से छुटकारा मिलने की संभावना है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से मोहम्मद इमरान , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि लगातार गर्मी और धूप के कारण अधिकांश जल निकाय सूख गए हैं। लोगों का कहना है कि ज्यादातर जंगली जानवर पानी की तलाश में गाँवों में प्रवेश कर रहे हैं, जबकि पशुपालकों का कहना है कि तालाबों में पानी नहीं है। पीने के पानी और नहाने में बहुत परेशानी होती है। पशुपालक रामचंद्र संतोष कुमार, रामधीराज, यूसुफ अली और अन्य लोगों का कहना है कि क्षेत्र के सभी तालाब सूखे हैं। इसलिए पानी की कमी के कारण हमें बहुत परेशानी हो रही है। हमारे पशुओं को पानी की तलाश में इधर-उधर भटकना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द सूखे तालाबों में पानी भरने की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि जानवरों, पक्षियों, पालतू जानवरों के साथ-साथ जंगली जानवरों को भी बचाया जा सके।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से मोहम्मद इमरान , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि लगातार बढ़ते तापमान और जारी गर्मी के कारण लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। दोपहर में गलियों में शोर-शराबा होता है, यह पहली बार है जब इतनी गर्मी हुई है कि घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। तेज धूप और गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं, इसलिए अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के रोगियों की संख्या बढ़ गई है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मनुष्य जंगल काट कर इससे मिले लकड़ियों का बहुत लाभ उठा रहा है ।लकड़ियों से वस्तु बनाए जा रहे है ,जला कर खाना पकाया जा रहा है ,मकान बनाने के उपयोग के लिए जंगलों की कटाई हो रही है। जंगलों की कटाई होगी तो वायु शुद्ध कैसे होगा। अगर पेड़ कटा जाएगा तो उसके हिसाब से पेड़ लगाया भी जाए। जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए पेड़ पौधे बहुत ज़रूरी है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि हमे जल को बचाना चाहिए। जरूरत के हिसाब से पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। जल का स्तर बहुत निचे जा रहा है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि सरकार ने छुट्टियों की तारीखें और बढ़ा दी हैं। इस भीषण गर्मी को देखते हुए सरकार ने स्कूलों में बच्चों की गर्मी की छुट्टी अब 28 जून तक बढ़ा दी है।