उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कैलाश से हुई ,कैलाश कहते है कि ये बस्ती मोबाइल वाणी सुनते है और इससे प्रभावित हुए है। इस माध्यम से इन्हे विचार आया कि जमीन अधिकार में बेटों के सामान बेटियों को हिस्सा देंगे
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आशुतोष से हुई। आशुतोष कहते है कि मेरी जमीन मेरी आवाज़ कार्यक्रम को सुना और इससे प्रभावित हुए। ये आने वाले दिनों में अपनी बेटी को जमीन देंगे। इससे बेटी आर्थिक रूप से मज़बूत हो कर आगे बढ़ेगी।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विनय पांडेय से हुई। विनय पांडेय कहते है कि मेरी जमीन मेरी आवाज़ कार्यक्रम को सुना और इससे प्रभावित हुए। आज कल बेटियां किसी मामले में कम नहीं है। अगर बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा दिया जाएगा तो वो सशक्त होगी
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रदीप गुप्ता से हुई। प्रदीप कहते है कि इन्होने कई बार मेरी जमीन मेरी आवाज़ कार्यक्रम सुना और इससे प्रभावित हुए।बेटियों को पिता की संपत्ति में हिस्सा देना चाहिए । इससे बेटियां आर्थिक रूप से मज़बूत होगी
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से मोहम्मद आरिफ ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक श्रोता से बातचीत किया। बातचीत के दौरान श्रोता ने बताया कि वे मोबाइल वाणी बहुत दिन से सुन रहे हैं और यह मंच उन्हें अच्छा लगता है। साथ ही उन्होंने बताया कि वे अपने संपत्ति में अपनी बेटियों को भी अधिकार देंगे
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से पिंकी श्रीवास्तव से हुई। पिंकी कहती है कि इन्हे अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम पसंद आया।कार्यक्रम से इन्हे प्रेरणा मिली। इन्हे भी अपने पिता की संपत्ति में अधिकार मिला है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहम्मद फैज़ान से बातचीत कर रहे है। मोहम्मद फैज़ान बताते है कि इन्होने मोबाइल वाणी के कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ को कई बार सुना। इनके मन में विचार आया कि बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा देना है। बेटियां किसी मामले में बेटो से कम नहीं है। हर सुख दुःख में बेटी परिवार का साथ देती है। जितना हिस्सा बेटो को भूमि में देंगे उतना ही बेटियों को भी देंगे ,इससे बेटियां सशक्त होने के साथ मज़बूत होगी।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से सचिन सोनकर से बातचीत कर रहे है। सचिन सोनकर बताते है कि इन्होने मोबाइल वाणी के कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ को कई बार सुना। इनके मन में विचार आया कि बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा देना है। बेटियां किसी मामले में बेटो से कम नहीं है। हर सुख दुःख में बेटी परिवार का साथ देती है। जितना हिस्सा बेटो को भूमि में देंगे उतना ही बेटियों को भी देंगे ,इससे बेटियां सशक्त होने के साथ मज़बूत होगी
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से दीपक से हुई। दीपक यह बताना चाहते है कि वह अपनी जमीन अपनी पहचान कार्यक्रम को सुनकर यह निर्णय लिया है कि वह अपनी बेटी को भी बराबर का हिस्सा देंगे। बेटियों को भी जमीन में हिस्सा देना चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर वह अपने पैरों पर खड़ी हो जाएगी और वह आर्थिक रूप से सशक्त हो सकती है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शाहरुख खान से हुई। शाहरुख खान यह बताना चाहते है कि अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम को सुनकर यह फैसला लिया है कि अपनी पैतृक जमीन में अपनी बेटी को भी हिस्सा देना चाहिए । जिससे वह अपनी परिवार को अच्छी तरीके से रख सके और समाज में आर्थिक रूप से मजबूत रहे।