उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला फूलमती चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बरसात के मौसम में लोग पौधरोपण कर रहे हैं। पेड़ों की कटाई के कारण हमारे प्रकृति ही हानि हो रही है और वातावरण में बदलाव आ रहे है, इसलिए हमें पौधा जरूर लगाना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि यह सही है कि पेड़ पौधे लगाया जाएगा तो गर्मी कम होगी। मौसम के लिए पानी का बचाव भी ज़रूरी है। पेड़ पौधे लगाना ज़रूरी है ,बारिश कम होने से भी गर्मी बहुत ज्यादा होती है। पानी का संरक्षण कर उसके बगल ऐसे पेड़ लगाना चाहिए जो पानी को सोख लें ,पेड़ पौधे रहेंगे तो गर्मी कम हो जाएगी। अच्छा पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण ज़रूरी है। सभी लोग का सहयोग होगा तब ही मौसम को बचाना संभव है

इस कार्यक्रम में एक परिवार बात कर रहा है कि कैसे बढ़ती गर्मी से बचा जाए। वे चर्चा करते हैं कि शहरों में ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए, पानी बचाना चाहिए, और लोगों को इन बातों के बारे में बताना चाहिए। और सभी को मिलकर अपने आसपास की जगह को ठंडा और हरा-भरा बनाकर रखना चहिये

यह कार्यक्रम बताता है कि गर्मी में घर को कैसे ठंडा रखा जा सकता है। इसमें एक परिवार पुराने तरीकों जैसे मिट्टी, बांस और छत पर पौधे लगाने के बारे में सीखता है। साथ ही, नए तरीके जैसे खास पेंट भी बताए गए हैं। कार्यक्रम यह संदेश देता है कि ऐसे घर बनाना चाहिए जो गर्मी कम करें और पर्यावरण के लिए अच्छे हों। इस गर्मी में आपका घर कितना गर्म रहता है ? अपने घर को ठंडा रखने के लिए आपने क्या उपाय किये ?

दोस्तों, कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखकर इस गर्मी में अपने शरीर के साथ साथ घर को भी बनाएं थोडा ठंडा ठंडा, कूल कूल | कैसे? आइये इस कार्यक्रम में जानते है |

गर्मी की चुनौतियां और समाधान, गर्मी से उत्पन्न समस्याओं और उनके समाधान की जानकारी। स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए व्यावहारिक सुझाव।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से अर्विन श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, इससे हर एक जान-जीवन प्रभावित हो रहे हैं। विकास के नाम पे पेड़ो की कटाई की जा रही है, जिस प्रकृति का संतुलन काफी बिगड़ गया है। इसी कारण बाढ़, सूखा और भूकंप जैसी अनेक परिस्थितियां उत्त्पन्न हो रही है।

गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते कि वृक्षों की कटाई बढ़ रही है। इनके क्षेत्र में सड़क के दोनों तरफ के वृक्षों की कटाई हो गई है। सड़क पर भारी धूप रहता है कि लोग आराम के लिए छाव नहीं ले पा रहे है। यातायात के साधनों में वृद्धि हो रही है साथ ही लगातार वृक्षों की कटाई होने से गर्मी बढ़ रही है। अगर वृक्षों की कटाई हो रही है तो वृक्ष लगाना भी ज़रूरी है। वृक्ष अधिक रहेगा तो गर्मी भी कम होगी

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि आधुनिक युग में पेड़ों की कटाई तेज़ी से हो रही है जिससे ग्लोबल वर्मिन में वृद्धि हो रही है। इस साल हीटवेव से लोग परेशान है। अब तक इससे राहत नहीं मिली है। मानसून अब तक आया नहीं है। पेड़ों को काटने से जलवायु परिवर्तन ,ग्रीनहॉउस गैसों का उत्सर्जन ,जीवों का लुप्त होना ,मिट्टी का कटान जैसी समस्या हो रही है। पेड़ों की कटाई से मानव जाति ,जीव जंतु पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। पेड़ों की कटाई जीवन के लिए नुक्सान दायक हो गया है। पेड़ों की कटाई लगातार हो रही है पर पेड़ों को लगाने में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विकास कार्य के लिए ,सड़क चौड़ीकरण के नाम पर कई पेड़ काट दिया गया। इससे ऑक्सीजन की कमी लोगों को महसूस होने लगा है। अगर पेड़ काट रहे है तो वृक्षारोपण पर भी ध्यान देना चाहिए