उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से रमजान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उनकी बात सृस्टि और सुनैना से हुई तो उन्होंने बताया कि अगर वह पैतृक संपत्ति में हिस्सा लेंगी तो उनका भाई से झगड़ा हो जायेगा। इसीलिए वह अपने ससुराल में हिस्सा लेंगी।

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नज़ीर अहमद से हुई। नज़ीर अहमद यह बताना चाहते है कि महिलाओं को जमीन से सम्बंधित अधिकारों के मामलों में सभी लोगों को सहमत होना जरूरी है। बेटी और बेटा में को फर्क नहीं है। लेकिन लोग बेटों को ज्यादा महत्व देते है। कई बेटियां जमीन में अधिकार लेना नहीं चाहती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से चन्द्रकान्ति शुक्ला ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि महिला अगर स्वावलम्बी होना चाहती है तो वो जमीन अधिकार ले सकती है। महिला के नाम भूमि हो जाए तो वो अच्छे से बच्चों का पालन कर सकती है।अगर महिला सोचती है की पैतृक संपत्ति में अधिकार लेने से उनका भाई से विवाद होगा तो वो जमीन अधिकार नहीं भी ले सकती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से डॉ सिद्धार्थ से बात कर रहे है। ये कहते है कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना एक तरह से अच्छा भी है और एक तरह से बुरा भी। अगर महिला को जमीन मिल जाएगा तो आगे परिवार में विवाद उत्पन्न हो सकता है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुनैना से हुई। सुनैना कहती है कि ये बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा देने के खिलाफ है। अगर बेटी को पैतृक संपत्ति में हिस्सा मिलेगा तो आगे चल कर भाई बहन में रिश्ता ख़राब हो सकता है

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा शरदकालीन गन्ने की बुवाई सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से पिंकी श्रीवास्तव से हुई। पिंकी कहती है कि इन्हे अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम पसंद आया।कार्यक्रम से इन्हे प्रेरणा मिली। इन्हे भी अपने पिता की संपत्ति में अधिकार मिला है

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विनोद कुमार श्रीवास्तव से हुई। विनोद कहते है कि इन्हे अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम पसंद आया। बहनों को पुरुषों के बराबर खड़ा होने का मौका दिया जाए। जिससे महिला अधिक से अधिक सशक्त महसूस कर सके। बेटों की तरह बेटियों को भी जमीन में बराबर का अधिकार दिया जाना चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से मोहम्मद फैज़ान से बातचीत कर रहे है। मोहम्मद फैज़ान बताते है कि इन्होने मोबाइल वाणी के कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ को कई बार सुना। इनके मन में विचार आया कि बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा देना है। बेटियां किसी मामले में बेटो से कम नहीं है। हर सुख दुःख में बेटी परिवार का साथ देती है। जितना हिस्सा बेटो को भूमि में देंगे उतना ही बेटियों को भी देंगे ,इससे बेटियां सशक्त होने के साथ मज़बूत होगी।