उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजय पाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को भूमि में अधिकार मिलना चाहिए। महिलाओं को अर्धांगनी कहा गया है इसीलिए उन्हें संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। ताकि समाज में उनका सम्मान हो। महिलाओं के पास कुछ नहीं रहता है तो समाज में उनका कोई नाम नहीं रहता है। वैसे तो संपत्ति में महिला का अधिकार है ही पर समाज ऐसा होने नहीं देता है। अभी कानून के मुताबिक महिलाओं को उनका अधिकार मिलना तय है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से मोहम्मद इमरान ,मोबाइल वाणी के माध्यम से अमित द्विवेदी से बातचीत कर रहे है। ये बताते है कि महिलाओं को अभी तक अधिकार ना मिलने का सबसे बड़ा कारण पुरुष समाज का समान्त वादी होना सबसे बड़ा कारण रहा है।सामंतवादी के कारण पुरुषों को आगे बढ़ाया गया , उन्हें परिवार का मुखिया बनाया गया और महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक शोषण होते रहा। पर अब कानून बदल रहा है , महिलाओं को भूमि सम्बन्धी अधिकार दिलवाने के प्रयास किया जा रहा है । अब महिलाओं में जागरूकता भी बढ़ी है। शिक्षा प्राप्त कर अब महिलाएं देश में आगे बढ़ रही है ,कई क्षेत्रों में अच्छा मुकाम हासिल कर रही है। महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए पुरुषों को आगे आना चाहिए। महिलाओं को आज़ादी दें और उनपर भरोसा रखे। पुरुषों को समांतिवादी विचारधारा से बाहर आने की ज़रुरत है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से विजयपाल चौधरी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि पिता की सम्पति में बेटी का अधिकार है और उन्हें मिलना भी चाहिए। सरकार द्वारा जो कानून निकाला गया है वो ठीक है। अक्सर देखा जाता है कि पिता की मृत्यु के बाद बेटी का भी सम्पति में अधिकार बनता है पर शादी होने के कारण परिवार वाले लड़कियों को अधिकार नहीं देना चाहते है। वही तब लड़कियों के नाम से जमीन रहता है और लड़की की शादी हो जाती है तो परिवार वाले जमीन का लालच करते है जिससे परिवार में मनमुटाव की स्थिति बन जाती है
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उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रशांत श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सौरभ से हुई। ये बताते है कि पहले के समय में महिलाओं के पास कोई अधिकार नहीं था। महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार होता था। महिलाओं को शिक्षा का अधिकार ,वोट देने का अधिकार नहीं था। पर्दा के पीछे रहना पड़ता था ,बाल विवाह की समस्या थी। उनके साथ बहुत अत्याचार होता था। लेकिन जब से संविधान बना है तब से महिलाएं सुरक्षित है और उन्हें कई अधिकार दिया गया है। समाज में महिलाएँ को पुरुष के बराबर का दर्जा दिया गया है। हर एक क्षेत्र में उन्हें पुरुषों के सामान आँका गया है। शिक्षा का अधिकार भी दिया गया है। वहीं अभी संसद में बिल भी पास हुआ है जिसके तहत महिलाओं को 33 प्रतिशत का आरक्षण संसद में मिला है।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रशांत श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अरुण कुमार से हुई। ये बताते है कि पुरुष की अपेक्षा महिलाओं के पास कम अधिकार है। इस कारण महिलाएँ अपमानित होती है। अधिकार नहीं रहने से वो अयोग्य महसूस करती है। महिलाओं को उनका अधिकार देना बहुत ज़रूरी है। आज के समय में सरकार महिला के अधिकार के प्रति सचेत है। कुछ न कुछ नियम सरकार लाती है जिससे महिलाओं के सम्मान की रक्षा हो सके।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि अब बरसात हो रहा है। ऐसे समय में वृक्षारोपण करना चाहिए। अब हर गाँव में प्रधान द्वारा और सरकार द्वारा वृक्षारोपण का कार्य करवाया जाए। अब मनरेगा के तहत यह कार्य होना चाहिए
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली , मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि अभी हर ग्रामसभा में पानी सप्लाई का काम हो रहा है। जिससे लोगों को पानी की समस्या न हो। इस सप्लाई होने से घर घर शुद्ध पानी मिल रहा है। सरकार की योजना लोगों के लिए लाभदायक साबित हो रहा है। लोगों को शुद्ध जल मिल रहा है जो उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा है
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