उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पर्यावरण संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है। पर्यावरण सरंक्षण वायु, जल और भूमि प्रदूषण को कम करता है।पर्यावरण सरंक्षण सभी के सतत् विकास के लिए महत्वपूर्ण है।प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा के लिए अभ्यास करना मानव जाति की प्राथमिकता होनी चाहिए।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी सोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वर्तमान समय में पर्यावरण समय के साथ चुनौतियों का सामना कर रहा है। आने वाली पीढ़ी के लिए यह एक गंभीर समस्या है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर हर धर्म के लोगों द्वारा कार्य किया जाता है। पहले पर्यावरण को बचाया जाता था पर अब ऐसा नहीं रहा। लगातार जलवायु में परिवर्तन होते जा रहा है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से श्री देवी सोनी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि प्रदूषण को रोकने के लिए हमें वातावरण को स्वच्छ रखना होगा। वायुमंडल को साफ़ रखना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से श्री देवी सोनी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि प्रदूषकों के साथ समस्याओं में से एक वायु प्रदूषण है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों से पता चलता है कि वायु प्रदूषण हर साल दुनिया भर में अनुमानित 4.2 से 7 मिलियन लोगों की जान लेता है, जैसा कि कई कारखानों में होता है। यह हवा में है, यह कारखानों में है कि धुआं निकलता है और कारखानों से निकलने वाला कचरा हमारी हवा में पाया जाता है और हवा के साथ मिल जाती है। ऐसा तब होता है जब दस में से नौ लोग उस हवा में सांस लेते हैं जिसमें प्रदूषकों का स्तर अधिक से अधिक प्रदूषित हो जाता है ।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि हमे अधिक से अधिक पेंड़ पौधे लगाने चाहिए जिससे की हम बीमार नहीं हों।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गर्मी से तालाब में पानी नहीं है। मनरेगा के तहत पानी भरवाना चाहिए। साथ ही सड़क के दोनों तरफ वृक्ष लगाना चाहिए जो पर्यावरण के लिए अच्छा होगा

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पर्यावरण की रक्षा करना आवश्यक है क्योंकि यह मनुष्यों और फसलों के लिए सुरक्षित है और पौधों और जानवरों के लिए सुरक्षित है। जिसका लक्ष्य उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान को रोकना और कम करना है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से पूजा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि बलरामपुर में गर्मी बहुत है। लोग भीषण गर्मी से परेशान है। जनता ही नहीं पशु पक्षी भी गर्मी से बेहाल है। फसल भी सूख जा रहा है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी सोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि भारत की पर्यावरणीय समस्याओं में विभिन्न प्राकृतिक खतरे, विशेष रूप से चक्रवात और वार्षिक मानसून बाढ़, जनसंख्या वृद्धि, बढ़ती हुई व्यक्तिगत खपत, औद्योगीकरण, ढांचागत विकास, घटिया कृषि पद्धतियां और संसाधनों का असमान वितरण हैं और इनके कारण भारत के प्राकृतिक वातावरण में अत्यधिक मानवीय परिवर्तन हो रहा है। 1947 से 2002 के बीच, पानी की औसत वार्षिक उपलब्धता प्रति व्यक्ति 70% कम होकर 1822 घन मीटर रह गयी है तथा भूगर्भ जल का अत्यधिक दोहन हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश में एक समस्या का रूप ले चुका है।देश भर के वनों के लगभग आधे मध्य प्रदेश (20.7%) और पूर्वोत्तर के सात प्रदेशों (25.7%) में पाए जाते हैं; इनमें से पूर्वोत्तर राज्यों के वन तेजी से नष्ट हो रहे हैं। वनों की कटाई ईंधन के लिए लकड़ी और कृषि भूमि के विस्तार के लिए हो रही है। यह प्रचलन औद्योगिक और मोटर वाहन प्रदूषण के साथ मिल कर वातावरण का तापमान बढ़ा देता है जिसकी वजह से वर्षण का स्वरुप बदल जाता है और अकाल की आवृत्ति बढ़ जाती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि पर्यावरण दूषित होता जा रहा है। हमे अधिक से अधिक पेंड़ पौधा लगाना चाहिए।