उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारा जीवन पानी के बिना संभव नहीं है हमें सफाई करने,खाना पकाने,शौचालय का उपयोग करने और कई चीजों के लिए पानी आवश्यक है।इसके अलावा हमें स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ पानी की आवश्यकता है। राष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ हमें व्यक्तिगत स्तर पर भी जल संरक्षण के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम कुछ दिनों तक भोजन के बिना जीवित रह सकते हैं लेकिन पानी के बिना तीन दिनों से अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं यदि हम संरक्षण को प्राथमिकता नहीं देते हैं, तो हमारे बच्चे और आने वाली पीढ़ियां पानी की कमी से पीड़ित होंगी।जल है तो कल है। इसके बाद भी जल अनावश्यक रूप से बर्बाद किया जाता है। हमें यहां यह नहीं भूलना चाहिए कि जल संकट का समाधान जल संरक्षण है। हमने हमेशा सुना है कि जल ही जीवन है।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बलरामपुर आदर्श नगर पंचायत से तुलसीपुर तक कई जगहों पर पानी की समस्या बढ़ रही है। शहर के निवासी बहुत चिंतित हैं या पानी की उचित व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। लोगों की समस्याएं बढ़ रही हैं और लोगों को भीषण गर्मी का भी सामना करना पड़ रहा है। जिले के कई इलाकों में पीने के पानी की समस्या है। आदर्श नगर पंचायत द्वारा पानी सप्लाई किया जा रहा है, लेकिन पानी दूषित है, जिससे लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अच्छी सिंचाई प्रणालियों के अलावा, जल संरक्षण के लिए कई विकल्प हैं। कम पानी की आवश्यकता वाली फसलों का चयन करें। फसल आवर्तन प्रणाली का पालन करें और मौसमी फलों का उपयोग करें। जल प्रतिरक्षण को कम करने के लिए एक आवश्यक कदम है जल प्रदूषणकारी उर्वरकों, कीटनाशकों, भारी धातुओं आदि का यथासंभव उपयोग को कम करना।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम अपने रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतों में थोड़ा बदलाव ला कर पानी बचत में काफी बड़ा योगदान दे सकते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कई लोग घर पर पानी बचाने के बारे में ज्यादा नहीं सोचते हैं। स्वच्छ पानी हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी को घर पर पानी बचाना सीखना चाहिए। घर पर पानी बचाने का तरीका सीखकर पानी के उपयोग को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए। ऐसा करने से हमें व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायता मिल सकता है

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गर्मी से तालाब में पानी नहीं है। मनरेगा के तहत पानी भरवाना चाहिए। साथ ही सड़क के दोनों तरफ वृक्ष लगाना चाहिए जो पर्यावरण के लिए अच्छा होगा

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जल संरक्षण का अर्थ है जल के प्रयोग को घटाना एवं सफाई, निर्माण एवं कृषि आदि के लिए अवशिष्ट जल का पुनःचक्रण करना। हमारे ग्रह पर उपलब्ध नदियां जलभृतों, भूजल और जैसे मीठे पानी के स्रोतों की रक्षा और संरक्षण करता है। जल को सिंचाई के लिए उपयोग करना। बाढ़ नियंत्रण करना। हाइड्रॉक्सिल सर्वेक्षण और बांध निर्माण करना। भूजल को रिचार्ज करना और पानी के व्यय को रोकना

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से श्रीदेवी सोनी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि भारत की पर्यावरणीय समस्याओं में विभिन्न प्राकृतिक खतरे, विशेष रूप से चक्रवात और वार्षिक मानसून बाढ़, जनसंख्या वृद्धि, बढ़ती हुई व्यक्तिगत खपत, औद्योगीकरण, ढांचागत विकास, घटिया कृषि पद्धतियां और संसाधनों का असमान वितरण हैं और इनके कारण भारत के प्राकृतिक वातावरण में अत्यधिक मानवीय परिवर्तन हो रहा है। 1947 से 2002 के बीच, पानी की औसत वार्षिक उपलब्धता प्रति व्यक्ति 70% कम होकर 1822 घन मीटर रह गयी है तथा भूगर्भ जल का अत्यधिक दोहन हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश में एक समस्या का रूप ले चुका है।देश भर के वनों के लगभग आधे मध्य प्रदेश (20.7%) और पूर्वोत्तर के सात प्रदेशों (25.7%) में पाए जाते हैं; इनमें से पूर्वोत्तर राज्यों के वन तेजी से नष्ट हो रहे हैं। वनों की कटाई ईंधन के लिए लकड़ी और कृषि भूमि के विस्तार के लिए हो रही है। यह प्रचलन औद्योगिक और मोटर वाहन प्रदूषण के साथ मिल कर वातावरण का तापमान बढ़ा देता है जिसकी वजह से वर्षण का स्वरुप बदल जाता है और अकाल की आवृत्ति बढ़ जाती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि दूषित जल पिने से हम बीमार पड़ जाते है। हमे शुद्ध पानी पीना चाहिए। दूषित जल पिने से हम बीमार पड़ सकते है।