बचपन की विशेषताएँ एक ऐसा बचपन होता है जिसमें हर चीज का ध्यान रखा जाता है । हैलो से मैत्रा नरजिगंज नवादा के सभी लोग और आप बचपन की कहानियों को सुन रहे हैं जिन्हें अक्सर लोगों द्वारा बच्चों की जिज्ञासा और उनकी मासूमियत से भरा हुआ बताया जाता है । उन्हें डांटते - डांटते थक जाते हैं , लेकिन अगर देखा जाए तो बच्चों की यह उम्र होती है जिसमें वे अपने जीवन के सपने देखते हैं । समझाएँ कि आप बचपन से बच्चे की प्रारंभिक अवस्था को क्या समझते हैं । यह उस प्राणी का नाम है जो पृथ्वी पर जन्म लेने के साथ शुरू होता है , इस अवस्था में सभी मनुष्य , आदि । बचपन न केवल पर्यावरण से गुजरता है , बल्कि आर्थिक , सामाजिक और पारिवारिक एकात्मक पारिवारिक स्थितियों और परिवर्तनों से भी गुजरता है । देश में वैश्वीकरण उदारीकरण से भी प्रभावित हो सकता है । बदलती परिस्थितियाँ सोचने , तर्क करने , निर्णय लेने आदि की क्षमता को प्रभावित करती हैं ।