साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.

दोस्तों, फसले बिना केमिकल के जी जाती हैं पर पानी के बिना तो जमीन बेजान ही है! मवेशियों में भी कहां इतनी जान होगी कि वो खेत जोत पाएं, हमें दूध दे पाएं! पानी तो सबको चाहिए , पर... साथियों, हमें बताएं कि पानी के प्राकृतिक स्त्रोत खत्म होने से आपको किस तरह की दिक्कतें हो रही हैं? क्षेत्र के कुएं, पोखर और तालाब प्रशासन ने खत्म कर दिए हैं या फिर वे सूख रहे हैं? क्या इन्हें बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं? अगर स्त्रोत सूख रहे हैं तो आपके पास पीने के पानी का क्या विकल्प है? क्या खेतों में पानी नहीं पहुंचने से फसलों को नुकसान हो रहा है? पानी की कमी के कारण किसानों और पशुपालकों को किस तरह की दिक्कतें हो रही हैं? खेतों में पानी पहुंचाने के लिए आपने क्या व्यवस्था की है और क्या यह पर्याप्त है? दोस्तों, पानी अहम है क्योंकि ये हमें जीवन देता है और आप तो जानते ही हैं.... जिंदगी जरूरी है!

दोस्तों , सूरज की तपन बढ़ रही है और प्यास है कि खत्म होने का नाम नहीं लेती! हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में पीने के पानी का साधन क्या है? क्या आप प्राकृतिक स्त्रोतों, जैसे कुएं, तालाब, पोखर से पानी लाते हैं? अगर आपके क्षेत्र में पानी के प्राकृतिक स्त्रोत नहीं हैं तो क्या पानी के लिए बोरवेल लगवाया है? या फिर पानी की सप्लाई हो रही है? क्या आपको पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है? अगर ऐसा है तो इससे आपके लिए कितना आर्थिक खर्च बढ़ गया है? क्या पंचायत या नगर पालिका क्षेत्र के प्राकृतिक पानी के स्त्रोतों को बचाने का काम नहीं कर रही है? क्या आपमें से कोई व्यक्ति ऐसा है, ​जो पानी के स्त्रोतों को बचाने की कोशिश कर रहा है? अगर है तो उनके प्रयासों के बारे में बताएं. अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

बिहार राज्य के गया ज़िला के फतेहपुर प्रखंड के धरारा कलां पंचायत से सुनील मांझी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रेनू देवी से हुई। रेनू बताती है कि पानी की समस्या से धान की रोपाई नहीं हो पाई है। सरकार द्वारा कोई सहायता नहीं मिल रहा है। अगर सरकार सहायता नहीं करेंगी तो धान रोपाई होना मुश्किल है।

बिहार राज्य के गया ज़िला के मुहरा प्रखंड के ग्राम महुवरी ,गेहलौर थाना से अनिल मांझी ,मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कई दिनों से महुवरी का चापानल बिगड़ा हुआ है , शिकायत करने पर कोई समाधान नहीं हो रहा है

बिहार राज्य के गया ज़िला के मोहनपुर प्रखंड से बनारसी मांझी ,मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सब चापाकल ख़राब होने से पानी की समस्या हो रही है। इस समस्या का कोई निदान नहीं कर रहा है। बारिश नहीं होने के कारण भी समस्या हो रही है

दोस्तों, हमारे आपके बीच ऐसी महिलाओं के बहुत से उदाहरण हैं, पर उन पर गौर नहीं किया जाता. अगर आपने गौर किया है तो हमें जरूर बताएं. साथ ही वे महिलाएं आगे आएं जो घंटों पानी भरने और ढोने का काम करती हैं. उनका अपना अनुभव कैसा है? वे अपने जीवन के बारे में क्या सोचती हैं? क्या इस काम के कारण उनका जीवन नरक बन रहा है? क्या वे परिवार में पानी की आपूर्ति के चक्कर में अपना आत्मसम्मान खो रही हैं? क्या कभी ऐसा कोई वाक्या हुआ जहां पानी के बदले उनसे बदसलूकी की गई हो, रास्ते में किसी तरह की दुर्घटना हुई हो या फिर किसी तरह के अपशब्द अपमान सहना पडा?

बिहार राज्य के गया जिला के प्रखंड खिजरसराय ,नाराज बीघा दीन- चक टोला से सुनील मांझी मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि खिजरसराय प्रखंड में नल जल की बहुत समस्या है। लोगों को सरकार द्वारा नल जल योजना का कोई लाभ नहीं मिला है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

ग्राम दुहारी ,प्रखंड मानपुर सुनौत पंचायत से जुगल कुमार मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि ग्राम दुवारी में नल जल की बहुत समस्या है। पुराने घरों के छत गिर रहे है ,इस पर भी किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। सरकार इस ओर जल्द से जल्द दुवारी गांव में ध्यान दें

बिहार राज्य के ग्राम दुहारी से नितिन कुमार मगध मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि क्षेत्र में पानी की बहुत समस्या है