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बुढ़मू : ईद पर्व बुढ़मू प्रखंड में शांति सौहार्द पूर्ण वातावरण में मनाया। इस दौरान बुढ़मू ,चकमे, मतवे, उमेडंडा, ठाकुरगांव, मोहनपुर समेत प्रखंड के सभी ईदगाह व मस्जिदों में पूरी अकीदत के साथ ईद उल फित्र की नमाज पढ़ी गयी। एवं ईद पर्व के दौरान लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र के मस्जिदों में नमाज पढ़ी। ईद पर्व में एक दूसरे से लोगों ने गले मिलकर ईद पर्व की बधाई एवं शुभकामना दी। और भाई चारगी के साथ मिलजुकर लोगों ने ईद पर्व को मनाया। ईद पर्व के दौरान बुढ़मू थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी रामजी कुमार विधि व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे। और बुढ़मू पुलिस द्वारा गस्ती अभियान लगाते देखे गए। वही ठाकुरगांव थाना क्षेत्र में ठाकुरगांव थाना प्रभारी विनीत कुमार के नेतृत्व में ठाकुरगांव पुलिस ने गस्ती अभियान लगाया। बुढ़मू प्रखंड में ईद पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। ईद पर्व के अवसर पर बुढ़मू प्रखंड के मतवे गांव के समाज सेवी हयूल अंसारी, इंचापीरी के खल्लू खान, चकमे के समाज सेवी ईदू खान, इंचापीरी के जुल्फान खान, मतवे गांव के अख्तर अंसारी, मतवे निवासी नेता जाकिर हुसैन, समाजसेवी फिरोज खान व इरफान अंसारी, चकमे के समाज सेवी नौशाद खान, इरशाद खान, जमील अंसारी, उमेडंडा के नेता सजाद अंसारी, याकूब अंसारी, सरफराज अहमद समेत कई गण्यमान्य लोगों ने ईद पर्व की झारखंड वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।

जिंदगी के हर पल खुशियों से कम न हो, आप के हर दिन ईद के दिन से कम न हो, ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो, जी हां दोस्तों ईद-उल-फितर जिसे आप लोग मीठी ईद के नाम से भी जानते है।आज दुनिया भर में ईद का जश्न मनाया जा रहा है और लोग एक दूसरे के गले लग कर बधाइयाँ दे रहे है और खुशियाँ बाँट रहे है। रमजान के महीने से ही ईद के जश्न की तैयारी शुरू हो जाती है । बच्चों से लेकर बड़ों बूढों तक को ईद का इंतज़ार रहता है। ईद के मौके पर ईदी दिए जाने का रिवाज है। लोग अपने करीबियों को ईद की मुबारकबाद के साथ ईदी के रूप में तोहफे देते हैं ।नए कपड़े पहनते हैं, भव्य दावतें तैयार करते हैं।ईद मुस्लिम समुदाय के खास त्योहारों में से एक है और यह रमजान के आखिरी दिन सेलिब्रेट किया जाता है। ईद हमें एकता और आपसी सौहार्द का संदेश देता है और समृद्ध समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है।लोग इसे उत्साह और बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।तो आइये हम भी इस जश्न का हिस्सा बने और समाज में शांति-सद्भाव और अमन का सन्देश फैलाये। दोस्तों,मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आप सभी श्रोताओं को ईद की ढेर सारी बधाईयाँ।

बुढ़मू : प्रखंड क्षेत्र के मुरुपीरी गांव में बजरंग बली मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ग्रामीणों का बैठक आयोजित किया गया। बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी अरुण प्रजापति ने किया। इस दौरान बैठक में उपस्थित ग्रामीणों ने यज्ञ पूजा सफल बनाने को लेकर विचार विमर्श किया। साथ ही बैठक में कई जानकारी और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। बताते चलें कि 13 अप्रैल शनिवार को कलश यात्रा निकाला जाएगा। एवं 14 अप्रैल रविवार को वेदी पूजन और 15 अप्रैल सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया है। मौके पर बैठक में मुखिया सीता देवी, समाजसेवी अरुण प्रजापति, समाज सेवी भवेश शिखर, कंपाल प्रजापति, चिंतामणि प्रजापति , उमेश प्रजापति, राम वशिष्ट महतो , भोला महतो, महावीर महतो समेत सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।

झारखण्ड राज्य के रांची जिला के मांडर//मुड़मा शक्ति स्थल में दर्शन करने कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर,धर्म गुरु बंधन तिग्गा, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर बंधु तिर्की, मंत्री बन्ना गुप्ता,बादल पत्रलेख, लोहरदगा सांसद प्रत्याशी सुखदेव भगत पहुंचे।

झारखंड राज्य से सेंकुल देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की खलारी के शांतिनगर चर्च में पारम्परिक तरीके से गुड फ्राइडे का त्यौहार मनाया गया अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

झारखंड राज्य से सेंकुल देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की 11 अप्रैल को होने वाली सहरुल पूजा को लेकर मुखिया ने आदिवासी समुदाय के साथ किया बैठक अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

बुढ़मू प्रखंड में होली पर्व शांति पूर्ण संपन्न हुआ। इस अवसर पर एक दूसरे को रंग अबीर गुलाल लगाकर होली पर्व की शुभ कामनाएं दी गई। प्रखंड के गांवों में बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान भी होली में एक दूसरे को रंग अबीर गुलाल लगाकर बधाई व शुभकामनाएं दी।

ऐसे मनाना होली का त्यौहार, पिचकारी से बरसे सिर्फ प्यार, यह मौका अपनों को गले लगाने का, तो गुलाल और रंग लेकर हो जाओ तैयार।होली के दिन हर जगह जश्न का माहौल होता है,भारत में होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है कई राज्यों में वसंत ऋतु के आगमन होते ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती हैं।होली के दिन लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग व गुलाल लगाते हैं,घरों में तरह तरह के पकवान बनाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं।तो आइये दोस्तों हम भी मनाये बिना पानी के गुलाल और रंगो वाली सुखी और स्वस्थ होली। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से होली के शुभ अवसर पर आप सभी को ढेरो बधाइयां।

दहेज में परिवार की बचत और आय का एक बड़ा हिस्सा खर्च होता है. वर्ष 2007 में ग्रामीण भारत में कुल दहेज वार्षिक घरेलू आय का 14 फीसदी था। दहेज की समस्या को प्रथा न समझकर, समस्या के रूप में देखा जाना जरूरी है ताकि इसे खत्म किया जा सके। तो दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- दहेज प्रथा को लेकर आपके क्या विचार है ? *----- आने वाली लोकसभा चुनाव में दहेज प्रथा क्या आपके लिए मुद्दा बन सकता है ? *----- समाज में दहेज़ प्रथा रोकने को लेकर हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है और क्यों आज भी हमारे समाज में दहेज़ जैसी कुप्रथा मौजूद है ?