मस्त नमस्कार , मेरे साथ पूरा मुहलबानी , परिटा प्रखर हिल्टा जिला नालन्नास , मैं आज जिस छात्र से मिली हूं , उससे जानती हूं कि मैं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में जानकारी देना चाहती हूं । कुमारी ग्राम पंचायत हिलकर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर नालंदा जिले से बोल रही हैं । एक भावना है लेकिन समाज में यह सोच नहीं है , चाहे वह बहू हो या बहू , हर कोई मानता है लेकिन समाज में ऐसा है । लोग महिलाओं को महत्व नहीं देते हैं , लेकिन यह सोचना चाहिए कि हर किसी की बेटी बहू है , जो महिला है । घर के बारे में सोचने से प्रकृति बढ़ती है और घर में जो होता है वह महिलाओं के लिए कम होता है । कार्ति है बाती बात गली उसे कॉलेजों में समाज की महिलाओं को सुनना पड़ता है । लीवर में चोट लगी है । महिलाएँ दीवार के किनारे पर चढ़ती रहती हैं । थैंक यू । छात्र नहीं गया ।