देश की सबसे अधिक वैल्यूएशन वाली स्टार्टअप बायजूस इस समय भारी मुसीबतों का सामना कर रही है. ख़बरों के अनुसार इसके बोर्ड के 3 सदस्यों और ऑडिटर डेलॉइट ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था.जिसके बाद कंपनी के को- फाउंडर और सीईओ बायजू रवीन्द्रन ने कर्मचारियों को भरोसा देते हुए कहा की ” हालाँकि हम एक कठिन दौर से गुजर रहें हैं ,मगर जल्द ही वापसी करेंगे. बीते 12 महीनों से हम संघर्ष कर रहे हैं,लेकिन एडटेक सेक्टर हमेशा रहेगा और हम इस सेक्टर के अगुआ हैं”. मालूम हो की कोरोना महामारी के दौरान कंपनी अपने उच्चतर ग्रोथ पर पहुंची बायजूस कभी देश और दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी थी. लेकिन बाद के समय में ऑनलाइन एजुकेशन देने वाली कंपनियों के बीच बढ़ते प्रतियोगिता, निवेशकों द्वारा हाथ खिंच लेने ,छंटनी,कर्मचारियों द्वारा काम करने के बुरे माहौल का आरोप तथा विदेशी मुद्रा विनिमय में जाँच एजेंसियों के हत्थे चढ़ जाने के बाद कंपनी की हालत पतली हो गई. अमेजन एक बार फिर बड़ी छंटनी की तैयारी कर रहा है. इस बार वो अपने फ्रेश ग्रॉसरी स्टोर्स से कर्मचारियों की निकालने की प्लानिंग कर चुका है. कंपनी ये छंटनी कॉस्ट कटिंग को लेकर कर रही है. कंपनी ने पुष्टि की है कि वो अपने ग्रॉसरी स्टोर्स से कुछ 'जोन लीड' की पोजिशन को खत्म करेगी. ये पूरी प्रक्रिया कंपनी के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान के तहत होगी. अभी अमेजन ने साफ नहीं किया है कि कंपनी के कितने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है. हालांकि, वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रेश स्टोर्स के हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है.