दिल्ली के गुरुग्राम से नन्द किशोर प्रशाद ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना महामारी के कारण छात्र -छात्राओं की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। कोरोना के कारण सबसे बुरा प्रभाव छात्र -छात्रों को उनके पढाई पर पड़ा है। देश जिस तरह कोरोना संकट से जूझ रहा है। एक वर्ष से अधिक समय बिट जाने के बाद भी कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बजाय दोगुनी तेज़ी से बढ़ रहा है। इससे जीवन की गति थम ही गयी है। इस संक्रमण ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया ही है साथ ही छात्रों का भविष्य भी अधर में लटका रखा है।