साझा मंच पर हमारे श्रमिक साथियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन और बाज़ार में छायी मंदी के कारण कम्पनियों की कार्यशैली और श्रमिकों के वेतन-भत्तों में कई तरह के नकारात्मक बदलाव हुए हैं, जैसे काम के घंटे बढ़ाकर वेतन काम देना, ओवर टाइम का भुगतान न करना, पीस रेट कम देना आदि। इसके कारण श्रमिक साथियों को अपनी घर चलाने में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के बाद पीस रेट में काफी बदलाव हुआ है और यह बढ़ने की बजाय पहले से भी कम हो गया है, जिसके कारण श्रमिक साथी पुनः शिफ्ट में काम करना पसंद कर रहे हैं।