दिल्ली एनसीआर के फरीदाबाद से हमारे संवाददाता रफ़ी ने सांझा मंच के माध्यम से श्याम सुन्दर जी के साथ बातचीत की। फिर जब जरुरत होती है तो फिर 2 ,3 महीनो के लिए भर्ती कर लेते है। साथ ही ये भी बताते है कि उनसे झूट भी बुलवाया जाता है। जब जाँच के लिए आता है, तो उनको पी,फ., एस. आई. मिलता है बोलवाया जाता है। श्याम सुन्दर जी बताते है कि नोट बंदी के बाद कम्पनीओ से मजदूरों को निकाला जाना बढ़ गया है और बढ़ता ही जा रहा है।