मुन्नी जी द्वारा झारखण्ड मोबाइल वाणी पर एक गीत पेश किया गया .

आरिफ कुरैशी जी राजधान्वर ,गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर जानकारी दे रहे की बंगाल की सन्मार्ग सुराहा माइक्रो फाइनेंस जो कोलकत्ता ,वेस्ट बंगाल 24 परगना की कंपनी इसने झारखण्ड में करीब 27जगहो पे अपना ब्रांच खोला जिसने करोड़े रुपये गरीबो का गबन कर दिया,और अब गरीब लोग एजेंटो को परेशान कर रहे है अत:इनका लोगो से अपील है की इसमें एजेंट का किया कसूर है वे सरकार के माध्यम से कंपनी पर कार्यवाही करे .

Transcript Unavailable.

गिरिडीह प्रखंड राजधनवार के ग्राम तेलोडीह से अरविन्द कुमार मिश्र जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की उनके ग्राम में पानी की बहुत ही समस्या हैं जिससे लोग परेशान हैन. झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जल संसाधन विभाग के अधिकारियो से अपील करते हैं की जल्द से जल्द इस समाश्या का समाधान किया जये.

कौशिक के द्वारा गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी पे एक कविता पेश किया।

गिरिडीह के राजधनवार से आरिफ कुरैशी जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की उनके प्रखंड में बिजली की समस्या हैं और इसकी शियाकत जब वे अपने प्रखंड में करते हैं तो उन्हें बताया जाता हैं की बिजली उन्हें उपर से ही नहीं मिल रही हैं. कोडरमा में पावर हाउस से बिजली की सप्लाय होती हैं. झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से सम्बंधित अधिकारीयों से अपील करते हैं की उनकी इस समस्या का समाधान किया जाये.

Transcript Unavailable.

अरविन्द प्रसाद कुशवाहा गिरिडीह राजधनवार के ग्राम दुधरवा से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की पेपरों के द्वारा यह खबर छपती हैं की आज धन बीज का वितरण किया जायेगा परन्तु किसानो के द्वारा प्रखंड में पता करने पर उन्हें मालूम होता हैं की बीज तो उपलब्ध ही नहीं है और मानसून के जल्दी प्रवेश के कारन किसानो को दुकानों से दुगने दाम देकर बीज खरीदने पड़ते हैं और कृषि कार्य करने पड़ते हैं जिस कारण उन्हें मुनाफा नहीं हो पाता हैं.

गिरिडीह धनवार से अरविन्द कुमार कुशवाहा जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की तिन सालो से धान की खेती नहीं होने से जमीन पार्टी पड़ी हैं जिस पर अरविन्द जी कहते हैं की लहर की खेती करने से जमीन की उर्वराशक्ति बढेगी और बाद में धान की खेती करने से लोगो को अच्छी फसल प्राप्त होगी.

विरेन्द्र प्रसाद वर्मा ने धनवार प्रखण्ड गिरिडीह से झारखंड मोबाइल वाणी को बताया कि अत्यधिक वर्षा होने के कारण सभी गांव वालो को काफी नुकशान हुआ हैं वे बताते हैं की अगर इतना वर्षा सावन के महीने में हुवा होता तो किसानों को इस वर्षा से लाभ होता.