बिहार राज्य के शेरपुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से बिपिन कुमार के साथ दुलारी देवी बता रही हैं कि इनके दो बच्चे सरकारी विद्यालय में पढ़ते हैं। जहाँ मिड डे मील के द्वारा मिलने वाला भोजन सही से नहीं मिलता है। दाल और सब्जी पानी की तरह रहता है और थोड़ा सा बच्चो को दिया जाता है। इसके सम्बन्ध में प्रिंसिपल को बोलने पर प्रिंसिपल का कहना है की जो भी सरकार के द्वारा मिलता है ,हम वही बच्चो को खिला सकते हैं ,हम अपने घर से तो नहीं दे सकते हैं। मजदुर लोग अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में इसलिए डालते हैं की कम से कम उनको एक समय का भोजन सही से तो मिल सके। लेकिन स्कूल में ना ही सही से पढ़ाई होती है और ना सही से भोजन मिल पता है। इस कारण से बच्चो कुपोषित होते जा रहें हैं।