बिहार राज्य के शेरपुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से बिपिन कुमार के साथ सुलोचना देवी बता रही हैं कि इनका बेटा राजकीय माध्यमिक विद्यलय में पढ़ता है। जहाँ मिड डे मील योजना के द्वारा मिलने वाला भोजन सही से बच्चो को नहीं मिलता है। दाल और सब्जी पूरा पानी की तरह रहता है और उसमे कोई भी गुणवत्ता नहीं होता है। इसकी शिकायत टीचर से करने पर टीचर कहते हैं की जो भी सरकार के तरफ से मिलता है ,हम वही बच्चो को देते हैं क्योंकि हम अपने घर से तो नहीं दे पाएंगे। कोविड काल में बच्चो को सूखा राशन और उसका पैसा भी नहीं मिला था। विद्यालय में यदि बच्चो को सही से भोजन नहीं मिलेगा तो उनका स्वास्थ्य भी सही नहीं रहेगा और वो कुपोषित होते जायेंगे।