संग्रामपुर संवाददाता प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के लिए करके राज्य सरकार ने कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराई है जिसके माध्यम से देश भर में जारी लंबे समय से लॉक डाउन के बीच लोगों के घर वापसी का सिलसिला जारी है परंतु अपने घर तक पहुंचने के बाद इन प्रवासी मजदूरों को किसी भी प्रकार की सुविधा जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की तरफ से नहीं की जा रही है जो कि एक चिंता का विषय बन कर रह गया दूसरे राज्यों से आए हुए लोग को रोना से अपने परिवार एवं समाज की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अपने आपको कौन टाइम रख करना चाहते हैं परंतु कर्म टाइम सेंटर में किसी भी प्रकार की सुविधा इन लोगों को नहीं दी जा रही है जिससे बाहर से आए लोगों में सरकार के इस लचर सिस्टम पर काफी रोष है कुछ ऐसा ही नजारा रविवार को संग्रामपुर प्रखंड के पंचायत के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय चंदनिया में बनाए गए सेंटर में देखने को मिला बताते चले कि पिछले 4 दिनों तक स्कूल आ कर रहे हैं में रह रहे लोगों ने बताया कि शनिवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी इस सेंटर पर आकर के प्रवासी मजदूरों से मिले और बोले कि आप लोगों को यही रहना होगा क्योंकि मनिया मोड़ में जगह नहीं है वहां से चले गए ना तो किसी प्रकार की जरूरतों को आंधी खाने पीने की व्यवस्था की उन लोगों ने बताया कि सभी रूम में ताला लगा हुआ है ऐसे हम लोगों को स्कूल के बरामदे पर ही रहना पड़ रहा है जब उठाया तो उससे एक बिच्छू भी निकला स्कूल में बिजली तो है परंतु उमस भरी गर्मी में एक व्यवस्था नहीं है ड्यूटी पर तैनात आशा कार्यकर्ता रिंकू देवी ने मानवता का परिचय देते हुए इन सभी लोगों के लिए नाश्ता एवं पीने का पानी के अलावे साबुन आदि की व्यवस्था स्थानीय समाजसेवी गुड्डू सिंह के माध्यम से कराया गया सेंटर में रह रहे दीपक कुमार ने बताया कि हममें से कुछ लोग कस्तूरबा आवासीय विद्यालय श्रीपुर भी गया जहां लोगों को नाम पता रजिस्टर में लिख कर वहां से यह कह कर भेज दिया गया यहां सिर्फ रेट जॉन से आने वाले लोग ही रह सकते हैं फिलवक्त राज्यों से आए हुए इस सेंटर के कुल 11 लोगों के खाने-पीने की जरूरत के सभी समाज के लोग उठाने को तैयार है की आवाज में रोहित कुमार धन्यवाद