मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से योगेश गौतम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी की। सरकार आंकड़े क्यों छुपाती है , यह कुछ चिंता का विषय है कि सरकार ने कहा कि हम किसानों पर एम . एस . पी . तय करेंगे । गेहूं की फसल के चुनाव के समय भी ये लोग वादा करते हैं कि हम एमएसपी पर फसल खरीदेंगे , लेकिन अब मैं आपको पिछले चुनाव की याद दिलाता हूं कि पिछले चुनाव में उन्होंने क्या कहा कि हम इसका एम . एस . पी . सत्ताईस सौ रुपये तय करेंगे और इसके ऊपर किसानों को खरीदा जाएगा । अब आप देखें , पंजीकरण हो रहा है। इसमें किसानों की फसल की कीमत क्या है ? इसके अलावा , ये लोग जाने के लिए तैयार नहीं हैं। लागत में वृद्धि और आय में वृद्धि सबसे बड़ा कारण है कि हर क्षेत्र में लागत में वृद्धि और आय में वृद्धि , आय पूरी तरह से कम हो रही है और लागत बढ़ रही है और सरकार आंकड़े छिपा रही है । सरकारें दो हजार अठारह के बाद आधिकारिक आंकड़ों को छिपा रही हैं क्योंकि वे चाहते हैं कि वास्तविक आंकड़े जनता के सामने ना आएं । यदि वास्तविक आंकड़े जनता के सामने आते हैं , तो कहीं न कहीं सत्तारूढ़ दल या सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।