मध्यप्रदेश राज्य के जिला छिंदवाड़ा से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अराधना भार्गव से हुई। अराधना भार्गव यह बताना चाहती है कि पुराने समय में महलाओं को संपत्ति में अधिकार नहीं था। महिला ने बहुत संघर्ष किया , कई कुर्बानियां दी है तब जा कर आज उनको सम्पति में में बराबर का अधिकार दिया जा रहा है। जिस तरीके से पिता की संपत्ति पर बेटों का अधिकार है उसी तरीके से बेटियों को भी अधिकार देने का कानून बन गया। लेकिन कानून बन जाने के बाद भी परिवार के लोग संपत्ति में अधिकार देने के लिए राजी नहीं है।