बिहार राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम सभी को मिलकर प्रदुषण को रोकने की पहल करनी चाहिए। जैसा की हम सब जानते है कि दिन-प्रतिदिन हमारे देश में प्रदुषण फैलता जा रहा है। और इस प्रदुषण के कारण रोज़ाना लोगों की मौत भी हो रहीं है। इस प्रदुषण के कारण आजकल हर आदमी दमा और फेफड़े के रोग का शिकार होते जा रहे है। यहाँ तक शादियों में भी आजकल लोग खाने में पत्तल की जगह प्लास्टिक से बने प्लेट का इस्तेमाल क्र रहे है। प्रदुषण की रोकथाम के लिए सबसे पहले हमें स्वयं ही आगे आना होगा
बिहार राज्य के जमुई ज़िला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताती हैं, कि गर्मी के मौसम में पँखे,बल्ब,एसी,कुलर,फ्रिज आदि विद्युत उपकरणों को खुला छोड़ देते हैं। चाहे उस जगह लोग हो या ना हो।जब तक बिजली कटती नहीं, तब तक सभी चीजें चलती रहती है। इससे केवल बिजली बरबाद होता है।ऐसा करते समय लोग शायद बिजली के महत्व को भूल जाते हैं।हमें अपने घरों में बिजली बचत करने की आदत डालनी चाहिए। यदि उपयोग ना हो तो विधुत उपकरणों को बंद कर देना चाहिए।
बिहार राज्य के जमुई ज़िला से ज्योति कुमारी जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज के समय के अँग्रेजी विषय को बहुत महत्व दिया जाने लगा है। कहीं भी लोग सबसे पहले यही पूछते हैं कि अँग्रेजी में कितना नंबर आए हैं। इसलिए आज छात्रों को सबसे ज्यादा डर अँग्रेजी विषय से लगता है। लेकिन अब छात्रों को इससे डरने की कोई जरुरत नहीं। यदि छात्र अँग्रेजी की बुक और ग्रामर को ध्यान से पढ़ते हैं, तो अँग्रेजी विषय भी आसान लगने लगेगा
बिहार राज्य के जमुई ज़िला से ज्योति कुमारी जी ने मोबाइल वाणी माध्यम से बताया कि पेड़ हमारे जीवन के लिए उतने ही महत्वपूर्ण है जितनी की हमारी साँसे।इन पेड़ो का मानव के ही नहीं बल्कि जीव-जन्तुओ के जीवन में भी प्रभाव पड़ता है। इन पेड़ो से सब जीवित प्राणी और पशु-पक्षियों को ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। इन पेड़ो से हमे कई तरह की जड़ी-बूटियाँ भी मिलती है जो हमारी बिमारियों के लिए उपयोग में आती है । पेड़ को सुरक्षित रखना हमारा दायित्व है। क्यूँकि पेड़ हमे अच्छा वातावरण प्रदान करती है,और पेड़ से पर्यावरण भी संतुलित रहता है।लोगों को समय निकाल कर पेड़ -पौधा में पानी डालना और उसे सुरक्षित रखना लोगो का कर्तव्य होना चाहिए ।लोगों को पेड़ लगाने पर भी जोर देना चाहिए।ताकि पर्यावरण भी शुद्ध होगा और लोग स्वास्थ होगें। ये पेड़-पौधे जानवरो और छोटे जीवो के लिए घर का काम भी करते है। इन पेड़ो के उपयोगो को दखते हुए हम कह सकते है की यह हमारे जीवन के लिए अमूल्य है है। इन पेड़ो से हमारा वातावरण हरा-भरा रहता है। इन पेड़ो के बहुत उपयोग है।
बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम से ज्योति कुमारी जी ने बताया की इंसान केवल सत्य बोलकर ही अपना जीवन को सुखमय बना सकता है।सत्य हमे जीवन में बहुत ही कड़वा लगता है परन्तु सत्य से ही संसार के कई कार्य को आसन बना सकते है।सत्य की इतनी ताकत होती है, की हमरे ऊपर कितनी भी बड़ी आपत्ति क्यों ना आई हो सत्य हर आपत्ति को कमजोर कर देता है।हमारे जीवन के लिए सत्य बोलन बहुत ही अतिआवश्यक है। परन्तु अगर इस के विपरीत देखा जाए तो अगर लोग झूठ बोलते है तो उस झूट में वें फसतें ही जाते है।महात्मा गांधी जी ने सत्य और अहिंसा से ही विदेशी शासन को जड़ से हटाया। इस लिए हमेशा हमे सत्य ही बोलना चाहिए। हमे बचपन से ही सत्य बोलने कि आदत डालनी चाहिए। सत्य से कितने लोग महान बने और देश और विश्व में अपना प्रचम लहरया है।
बिहार राज्य के जमुई जिला सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बतया, कि क्या साफ रहने के लिए किसी को कुछ बताने की ज़रूरत है। यह समझा जा सकता है कि सभी लोग खुद को साफ सुथरा रखना अधिक पसंद करते हैं। लेकिन जब तक लोग अपने आस-पास सफाई नहीं रखेंगे, तब तक लोग खुद को भी साफ नहीं रख सकेंगे। कई जगह यह देखा जाता है, कि सड़कों पर गंदगी का अम्बार लगा रहता है।लेकिन उसकी सफाई के लिए कोई आगे नहीं आता है।
बिहार राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम सभी को समझना होगा शिक्षा का महत्त्व। शिक्षा ही वह पूंजी है जो हमे महान बनती है।शिक्षक ही है जो हमरी अज्ञानता को दूर करतें हैं । अगर हमे एक अच्छा शिक्षक मिल जाए तो हमरी सफलता निश्चित है। क्योंकि शिक्षा ही आपको जीवन जीना सिखाती है अच्छे बुरे का फर्क बताती है। अगर आप सामान्य भाषा में शिक्षा की बात करे तो वह आपको शिक्षित कहलाने का हक़ देता है। उससे ऊपर अगर आप शिक्षा ग्रहण करते है और जिस स्तर की शिक्षा आप ग्रहण करते है वह आपके लिए आपके भविस्य को सुधारने में सहायक सिद्ध होती है। जिन लोगों ने अच्छी शिक्षा का महत्व को समझा और उस पर विचार व अमल किया उन महान पुरुषों ने इस देश व समाज को एक नई दिशा दी ओर वे सदा के लिए इतिहास मे स्थान बना गए।इस लिए हमे अपने आस -पास के बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए।
बिहार राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी जी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बतया कि जीवन में ख़ास होती है माँ ,माँ ही है जो सारी परेशानियों का सामना कर हमे जीवन देती है। माँ हमारी हर बात का फिक्र करती है। माँ की ममता के आगे कोई नहीं है। माँ हमारी जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। माँ हमारी हर कठिनाइओं पर परेशान होती है। उनकी दुआ हमारी हर मुशकिल को आसन बना देती है।लेकिन मां की तपस्या और त्याग के आगे हर शब्द बेहद छोटा है। मां के लिए सिर्फ एक दिन तय करना अन्याय होगा पर भागदौड़ की जिंदगी में एक दिन भी हम सुकून से अपनी मां से बात कर सकें, उनकी खुशियों का ख्याल रख सकें या उनके लिए कुछ ऐसा कर सकें जिससे उन्हें लगे कि हम उनकी भावनाओं का महत्व समझते हैं, तो उसकी मेहनत सार्थक हो जाएगी।क्योंकि माँ के बिना कोई डे हो नहीं सकता। जिंदगी में माँ ने हमारे लिए लक्ष्य निर्धारित किये, नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी, सिद्धांतवादी बनना सिखाया और अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा दी। आज हम सब जो है वो माँ के वजह से हैं ।पर आज कल के बच्चे माँ कि सम्मान करना भूल गए है जैसे जैसे हम बड़े होते जाते है माँ की महत्व हम भूलते जाते है। हमे माँ कि हर समय ध्यान रखनी चाहिए। अगर हमरे जीवन में माँ नहीं होती है ,तो हमे अकेला पण महसूस होता है। हमारे जीवन का आनन्द ही नहीं होता है।
बिहार राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी जी ने मोबाइल वाणी पर बताया कि गरीबी रेखा को ठीक से निर्धारित करें।सरकार को गरीबी रेखा का निर्धारण हमेशा मापक बुन्दुओं पर करना होता है। वास्तव में गरीबी की रेखा के जरिये राज्य ऐसे लोगों के चयन की औपचारिकता पूरी करता है जो इससे ज्यादा अभाव में जी रहे हैं, कि उन्हें रोज खाना नहीं मिलता है, ये वे लोग हैं जिन्हें विकास की प्रक्रिया में घोषित रूप से सबसे बड़ी बाधा माना जाने लगा है। हालांकि विकास का यह एक अहम् मापदण्ड भी है ,कि लोगों को गरीबी के दायरे से बाहर निकाला जाये इस दुविधा की स्थिति में लगातार संसाधन झोंके जाते हैं। कौन अब गरीब नहीं रहा और कौन हैं जिनके नाम इस सूची में नये सिरे से जोड़े जाने हैं। यह सूची बहुत महत्वपूर्ण इसलिये होती है, क्योंकि इसी के आधार पर गरीब और आर्थिक रूप से अति कमजोर लोगों, निराश्रितों, वृध्दों और विधवा महिलाओं को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलता है, परन्तु अगर सरकार के द्वारा गरीबी रेखा को ठीक से निर्धारित नहीं होते है , तब गरीब और आर्थिक रूप से अति कमजोर लोगों, निराश्रितों, वृध्दों और विधवा महिलाओं को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए गरीबी रेखा को ठीक से निर्धारित करना सरकार का दायित्व है। तब ही सरकार के द्वारा दिया जा रहा जनकल्याणकारी योजना का लाभ गरीब आर्थिक रूप से अति कमजोर लोगों, पा सकें
बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं, कि वर्तमान में जल संकट गंभीर रूप धारण कर लिया है। जल की कीमत उनसे पूछें, जो इसकी खोज में दूर-दूर तक भटक रहे हैं।आज मरुस्थल में लोग रूपए, पैसे और भोजन के बिना तो रह सकता है लेकिन पानी के बिना कभी नहीं। आख़िर हमने ग़लती कहाँ की हमने अपने ज्ञान का उपयोग पानी को बरबाद करने में किया है। साथ ही धरती की छाती में मशीनों से छेद बना कर उसके अंदर छिपे हुए भूमिगत जल का अनियंत्रित तरीके से दोहन किया है। हमने कभी भी इस जल को दोबारा भूमि में पहुंचाने का प्रयास नहीं किया बल्कि कुआँ और नलकूपों की गहराई बढ़ती चली गई। सदियों से हमारे बुजुर्ग पीढ़ी ने यह कहा जाता है कि खेतों का गहना है पानी, धरती माँ की कोख़ में है जल का भंडारा। फिर भी बून्द-बून्द को तरसते हैं हम लाचार,जल के दोहन के लिए लगा दिया हमने सब ज्ञान।