मध्य्प्रदेश राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताती है की हमरे जीवन में माँ बहुत खास होती है।माँ हमरे लिए हर दुःख सहा कर हमे एक अच्छे इंसान बनती है।हमे कभी यह नहीं भूलना चाहिए कि इस संसार में लाने का श्रेय केवल माँ का ही है।माँ के बिना हम इस संसार कुछ भी नहीं कर सकते है।माँ हमे पाल -पौस कर बड़ा करती है।परन्तु अगर हमरी माँ हमरे आस -पास नहीं होती है तो हुए कुछ भी अच्छा नहीं लगता है।हमे अकेला पन महसूस होता है।परन्तु जैसे -जैसे हम बड़े होते जाते है।माँ की बातो को अनसुना करतें जाते है। परन्तु हमे ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि माँ का जितना बड़ा योगदान हमरे जीवन में होता है,उतना इस संसार में और किसी का योगदान हमारे जीवन में नहीं है। हमे माँ की बातो को माननी चाहिए ,और उनका हर समय सम्मान करना चाहिए।

मध्यप्रदेश राज्य के जमुई जिलें से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी पर यह बताया की पर्यावरण मनुष्य के लिए अत्यंत उपयोगी हैं।पर्यावरण मानव जीवन का आधार हैं, परन्तु आज मानव इनके इस महत्व व उपयोग को न समझते हुए इनकी उपेक्षा कर रहा है।कुछ लाभों को महत्व देते हुए इनका लगातार दोहन करता चला जा रहा है।जिस कारण ग्लोबल वार्मिंग हो रही है,और ठण्ड के मौसम में भी ठण्ड नहीं लगती है, और बारिश भी उतना नहीं हो रहा है।जिस कारण किसनो के खेत सूखे का शिकार हो रहे है।लोग जितने वृक्ष कटते हैं,उतनी लगनी भी चाहिए, परन्तु ऐसा नहीं हो रहा है और इनकी संख्या लगातार घटती जा रही है। परिणामत: अनेकों समस्याएँ मनुष्य के सामने उपस्थित हो रही है।मनुष्य हवा में उपस्थित ऑक्सीजन को श्वास द्वारा ग्रहण करके जीवित रहता है. पेड़-पौधे ही प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में ऑक्सीजन छोड़ते हैं. इस तरह मनुष्य के जीवन का आधार पेड़-पौधे ही उसे प्रदान करते हैं. इसके अतिरिक्त प्राणियों का आहार वनस्पति है. वनस्पति ही प्राणियों को पोषण प्रदान करती है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण बहुत जरुरी है. इसलिए आज हम वन संपदा की दृष्टि से निर्धन होते चले जा रहे हैं ,और उसके कितने ही परोक्ष दुष्परिणामों को प्रत्यक्ष हानि के रूप में सामने देख रहे हैं।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एकता ही समाज का दीपक है। एकता के बिना कोई भी समाज आदर्श नहीं हो सकता है। एकता का मतलब ही होता है भिन्न-भिन्न विचारों और आस्था के बावजूद भी आपस में भाईचारा का बना रहना। एकता के लिए शारीरिक से ज्यादा मानसिक एकता होना ज्यादा ज़रूरी है। बौद्धिक , वैचारिक एवं भावनात्मक एकता एक जरिये कोई भी समाज आगे बढ़ सकता है

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हम सभी को मिलकर महिलाओं के प्रति अपने सोच को बदलना होगा। आज भी महिलाओं को भोग की वास्तु समझा जाता है। विकास के साथ-साथ हमारे देश में छेड़छाड़ एवं महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। महिलाएँ दिन-प्रतिदिन असुरक्षित होते जा रहीं है। महिलाओं के प्रति दुष्कर्म और अपराध के मामलें तभी काम होंगे , जब पुरुष महिलाओं के प्रति स्वस्थ सोच रखेंगे।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे देश में शुरू से ही कई तरह की सभ्यता और संस्कृतियों का वास है। और यही विविधता हरी असली खूबसूरती है, जिसे हमें और मज़बूत और खूबसूरत बनाने की जरुरत है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी पश्चिमी सभ्यता की नकल में व्यस्त हो गई है। हमारे देश की आत्मा हमारी सभ्यता और संस्कृति ही है

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पृथ्वी पर जितने भी प्राणी है , उन सब के लिए जल नितांत आवश्यक है। पानी का सदुपयोग हैं अपने ही परिवार से शुरू करना होगा। हम सभी को मिलकर जल को स्वच्छ बनाना होगा तथा उसे प्रदूषित होने से बचाना होगा। नदियों के पानी में कूड़े कचरे हमें नहीं फेंकने चाहिए। खास तौर से नदियों के जल को हमें स्वच्छ बनाने के जरुरत है। क्योंकि जब जल स्वच्छ होगा , तभी हमारा आने वाला कल भी साफ़ और स्वस्थ होगा।

बिहार राज्य के जमुई ज़िले के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं, कि एक नर्स का हमारे समाज एवं देश के विकास में अहम योगदान है भले हीं हम उन्हें महत्व नहीं देते हैं। हमारे समाज में पदों को लेकर कई मान्यताएँ बनी हुई है। लेकिन पुरी दुनिया में नर्स ही बड़ी सेवा को अंजाम देती हैं। बीना किसी रिश्ते के नर्स मानवता के नाते दिन,दुखियों और मरीजों की देखभाल बहुत ही अच्छे ढंग से करती हैं। अस्पताल में डॉक्टर केवल इलाज ही करते हैं लेकिन मरीज़ों को दवा कब देना है,भोजन कब कराना है इन सभी बातों का ध्यान नर्स बहुत ही अच्छे से रखती हैं। कहीं ना कहीं नर्स बड़ी बहन और माँ का रूप निभातीं हैं। इस लिए सभी उन्हें सिस्टर भी कहते हैं। उनके प्रति सभी को आदर का भावना रखना चाहिए। क्योंकि उनका काम दुनिया के सभी बड़े कामों में से एक है।

बिहार राज्य के जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है मनुष्य का जीवन पूरी तरह प्रकृति पर निर्भर है | हम अपनी आवश्यकता की लगभग सभी चीजें प्रकृति से प्राप्त करते है।प्रकृति को इसी लिए माता कहा जाता है क्योंकि यह हमारा पालन पोषण करती है | प्रकृति का मनुष्य जीवन में इतना महत्त्व होते हुए भी हम अपने लालच के कारण उसका संतुलन बिगाड़ रहे हैं |धरती पर जीवन का आरम्भ और जीवन को चलाए रखने का काम प्रकृति की बड़ी पेचीदा प्रक्रिया है।प्रकृति ने जो कुछ पैदा किया वह फिजूल नहीं है। हर जीव का अपना महत्व है।सृष्टि के नियंता ने मनुष्य को असीमित क्षमता इसलिए नहीं दी है कि वह उसकी रचना को बदल देने का प्रयास करे। आज कई क्षेत्रों में ऐसा ही हो रहा है। व्यापक विनाश का सामान जुटाने से लेकर मनुष्य नियंता की सत्ता को ही चुनौती देने लगा है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और जीव-जंतुओ के अस्तित्व को मिटाने की कोशिश की जा रही है। वनों का तेजी से विनाश हो रहा है। उद्योगों की स्थापना तथा ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रकृति के असंतुलन के खतरे की भी परवाह नहीं है। इसके शुरूआती दुष्परिणाम मनुष्यों के साथ जीव-जंतुओं के बढ़ते संघर्ष के रूप में देखें जा सकते हैं। यही स्थिति रही तो हमें गंभीर बिमारियों का समना करना पड़ेगा।

बिहार राज्य के जमुई ज़िले से अलीगंज से चंद्र शेखर आजाद मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताते हैं, कि बढ़ती गर्मी के कारण मनुष्यों के साथ-साथ पशु पक्षियों को भी पानी की समस्या का सामना करना पड़ रह है।क्षेत्र के नदी,नाले,तालाब एवं नलकुप सुख जाने से आधे से ज्यादा चापानल में पानी आना बंद हो चुका है। नदी नाले सुख जाने के कारण पशु एवं पक्षियों को पानी की किल्ल्त हो रही है, वहीँ मनुष्यों को पानी जुगाड़ करने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। जिन लोग के पास बोलत बंद पानी खरीदने की सुविधा है, वे पानी खरीद कर अपना गुजरा कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर नहीं पड़ रहा है।

बिहार राज्य के जमुई जिला से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एक स्वस्थ और शिक्षित व्यक्ति ही समाज में खुशहाली ला सकता है। अच्छा स्वास्थ बनाये रखने के लिए हमें प्राकृतिक ढंग से जीवन जीना चाहिए। जैसे संतुलित आहार , शुद्ध विचार ,और अच्छा व्यवहार इसका मूल है। परन्तु आज हमारा समाज भौतिकता वादी हो गया है। आज हम सभी प्राकृतिक ढंग को छोड़कर कृत्रिम रूप से जी रहे है। लोगों में शारीरिक परिश्रम की कमी हो गई है। प्रकृति से रिश्ता जोड़ कर हम श्रेष्ठ मूल्यों के साथ अपना जीवन बेहतर बना सकते है