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झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंघभूम जिले के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि झारखण्ड में बढ़ता कुपोषण का मुख्य कारण यह है कि खाद सुरक्षा योजना जो मुख्य रूप से गरीबों के लिए निकाली गई है वह गरीबों तक आसानी से नहीं पहुंच पाती है वहीँ जो इनके हक़दार नहीं होते हैं उन्हें इसका लाभ आसानी से मिल जाता है। दूसरी ओर बेरोजगारी भी कुपोषण का एक कारण है क्योंकि बेरोजगारों को रोजगार दिलाने हेतु कई योजना निकाली जाती है पर गरीब इसका लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। साथ ही प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ भी गरीबो को नहीं मिल पाता है। कई पंचायतों में ग्राम सभा नियमित रूप से नहीं की जाती है जिसका परिणाम देश में आज कुपोषण कम होने के जगह बढ़ता जा रहा है।

जिला पूर्वीसिंघभुम, पोटका प्रखंड के हाथीबिंदा पंचायत,गाँव कोगदा से चक्रधर भगत जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि मजदूर वर्ग के लोग आज मजदूरी की मिलने वाली सुविधा से वंचित नजर आ रहे हैं। यह देखा जाता है कि पोटका प्रखंड के हाथीबिंदा पंचायत,गाँव कोगदा के आस-पास के क्षेत्र में रहने वाले मजदूर मजदूरी करने के लिए अपने घर से बाहर जाते तो हैं। लेकिन दुःख की बात है कि 10-12 घंटे तक काम करने के बाद उन्हें मजदूरी की पूरी राशि नहीं मिलती है।और सबसे बड़ी बात यह हैं कि मजदूरों की इन समस्याओं पर मजदूर संगठन के द्वारा कोई ध्यान,कोई पहल नहीं की जाती है जिसका लाभ फैक्ट्री के मालिक एवं ठेकेदार उठातें हैं और लाचार मजदूरों को कम राशि में ही अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करना पड़ता है। वे कहते हैं कि गांवों में न तो ग्राम सभा ठीक ठंग से होती है और न ही मजदूरों , मजदूरी से जुड़ी कोई जानकरी दी जाती है। यही वजह है कि मजदूरों को सही जानकारी नहीं मिल पाती है।अत: सरकार को भी इस ओर ध्यान देने की जरुरत है।

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जिला पूर्वी सिंघभूम के पोटका प्रखंड से चक्रधर भगत मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि जागरूकता एवं शिक्षा के अभाव के कारन लघु ऋण उधोग में गड़बड़ी होती है।और इसी शिक्षा के अभाव का लाभ बिचौलिया उठाते है।बिचौलिया जो पढ़े लिखे होते है वे बैंक मैनेजर,कर्मियों के साथ सम्मिलित हो कर में कमीशन जैसे 50 हजार में 10 हजार तथा 1 लाख में 20 हजार इस तरह लघु ऋण में कमीशन बाटते है।और इस तरह जल्द से जल्द ऋण पास करवाते है परन्तु सही कोशिश करने वाले युवा अपने लाइन में खड़े रह जाते हैं और बिचौलिया बिना किसी मेहनत से लोन पास करवाकर अपना कमीशन रख लेते हैं।