नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमोह जंक्शन के सदानंद झा रेलवे मार्केट के समय सड़क पर इन दिनों सड़क निर्माण में लग रहे पदार्थ के बेतरतीब ढंग से गिरा दिए जाने के कारण ऊंचे ऊंचे डंप बन गए हैं जहां उसकी जरूरत नहीं थी मटेरियल गिरने के बाद उसे समतल करना चाहिए था परंतु ऐसा नहीं किया गया जिसके फलस्वरुप सड़क के बाएं और से जाने वाले लोग पैदलगामी या मोटरसाइकिल सवार या छोटी-छोटी गाड़ियां टोटो जैसे अनियन्त्रित हो रहे हैं और इस दौरान कई लोग चोटिल भी हुए बीच सड़क पर इस प्रकार से पदार्थ गिरकर छोड़ देना ठेकेदार की लापरवाही दिख रही है समय रहते युक्त पदार्थ को हटा दिया जाना चाहिए या समतल कर देना चाहिए ताकि भीड भाड़ से भरे बाजार में लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े धन्यवाद
मोबाइल वाणी और माय कहानी की खास पेशकश कार्यक्रम भावनाओं का भवर में। दोस्तों यह सच है कि एक निर्णय इंसान का जीवन बदल देता है। अगर सही वक्त पर सही निर्णय लिया जाये तो जीवन सुधर जाता है। लेकिन जल्दबाजी में लिए गए एक गलत निर्णय इंसान को अर्श से फर्श तक ले आता है. पर यह भी सच है कि कोई भी निर्णय लेने में हमारा मन और मस्तिष्क का बहुत बड़ा योगदान होता है. जी हां दोस्तों हमारे द्वारा लिया जाने वाले हर निर्णय के पीछे हमारा मन मस्तिष्क का खेल होता है तभी तो हम कई बार मानसिक दबाव में आकर इतने उलझ जाते हैं कि हमें पता ही नहीं चलता कि आखिर सही डिसीजन यनि की निर्णय कब और कैसे लिया जाए। हम अपने जीवन में सही निर्णय ले सके इसके लिए जरूरी है की हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें। क्यूंकि मानसिक विकार किसी की गलती नहीं होती। .......तो चलिए, आज की कड़ी में जानते हैं की हमारे फैसलों में मानसिक स्वस्थ्य की क्या भूमिका है और हमें मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखना चाहिए। ...हां तो साथियों अभी आपने सुना की मानसिक तनाव का प्रभाव हमारे ऊपर कैसे पड़ता है। अब आप बताये कि क्या आपके साथ कभी ऐसा हुवा है कि आप जल्दबाज़ी में कोई फैसला लेने ही वाले थे पर ऐन वक्त पर किसी ने आप को रोक लिया हो और बाद में आप को समझ आया हो की आप का लिया गया फैसला गलत होता ? ऐसे स्थिति में कैसा अनुभव था आप का ? और आप के अनुसार हमारे ज़िन्दगी के फैसलों में करीबी लोगो की क्या भूमिका होती है ? क्या सच में ज़िन्दगी के बड़े फैसले हमें खुद ही लेने होते है ? या यह केवल एक सुनी सुनाई बातें है ?इस पर अपनी राय, प्रतिक्रिया या फिर इससे जुड़े आपके मन में कोई सवाल है तो वो भी हमें जरूर बताएं अपने फ़ोन में नंबर 3 दबाकर। साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें https://www.youtube.com/@mykahaani
यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया के द्वारा निकाली गई जूनियर कोर्ट असिस्टेंट के 241 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी भी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया हो। उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष होनी चाहिए। इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://www.sarkariresult.com/2025/sci-junior-court-assistant-feb25/ .योग्य उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन परीक्षा के बाद किया जाएगा। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 08/03/2025 है ।
मोबाइल वाणी और माय कहानी की खास पेशकश कार्यक्रम भावनाओं का भवर में।दोस्तों, कहा जाता है कि जीवन में खुश रहना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी होता है। खुश रहने से हमारे मन मस्तिष्क में एक नई और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो इंसान को हर पल तरोताज़ा महसूस कराता है साथ ही हमें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने में मदद भी करता है। आज के तनाव भरी दिनचर्या में मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना हर किसी के लिए बेहद ही महत्त्वपूर्ण है । क्यूंकि मानसिक विकार किसी की गलती नहीं इसलिए इससे जूझने से बेहतर है इससे जुड़ी पहलुओं को समझना और समाधान ढूंढना। तो चलिए फिर, आज की कड़ी में जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर खुश रहने के कौन कौन से तरीके होते हैं और इससे क्या फायदे हैं । अभी हमने सुना कि जीवन में खुश रहना क्यों जरुरी है और कैसे खुश रह सकते हैं। अब आप हमें बताएं कि आप खुद को खुश और तनाव मुक्त रखने के लिए क्या करते हैं। यानि कि आपके खुश रहने के पीछे क्या राज छिपा है ?साथ ही लोगों को अपने मन को खुश और तनाव मुक्त रखने के लिए क्या करना चाहिए ? जिससे वे किसी भी मुश्किल घड़ी का सामना आसानी से कर सके बिना किसी मानसिक दबाव के अपनी राय और प्रतिक्रिया जरूर साझा करें अपने फ़ोन में नंबर 3 दबाकर। साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें https://www.youtube.com/@mykahaani
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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा रबी मौसम की सब्जियों के लिए सलाह दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .
रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड द्वारा लेवल 1 ग्रुप डी के कुल 32438 पदों पर रिक्तियां निकाली गई है। न्यूनतम 18 वर्ष से अधिकतम 36 वर्ष के वैसे पुरुष व महिलाएँ जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण किया हो ,वे इन पदों के लिए आवेदन कर सकते है। इच्छुक उम्मीदवार दिनांक 22 फ़रवरी 2025 से पहले रेलवे के आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से अपना ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। वेबसाइट है : rrbapply.gov.in . इस वेबसाइट के माध्यम से आप ग्रुप डी के पदों से सम्बंधित आधिकारिक सूचना भी प्राप्त कर सकते है। इन पदों के लिए आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग ,ओबीसी व ईडब्लूएस उम्मीदवारों के लिए 500 रूपए है। अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति ,पीएच ,ईबीसी और सभी वर्ग की महिला उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 250 रूपए है ।
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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू फूलगोभी और पत्तागोभी में लगने वाले कीट और उपचार के बारे में जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.