झारखण्ड राज्य के गढ़वा जिला से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से मनोज प्रसाद ने बताया कि भारत कृषि प्रधान देश है।देश की बहुत बड़ी आबादी की रोजी रोटी खेती के सहारे है।एक मान्यता जो सच्चाई पर आधारित है कि कृषि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।हमारा राज्य झारखण्ड जहाँ पर धान की खेती बहुत ही अधिक पैमाने पर किया जाता है ।परन्तु वर्तमान में किसानों द्वारा अपने खेतों में रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाओं का प्रयोग अधिक मात्रा में किया जाता है ,जो खेतों की ऊर्वरा शक्ति को कम देता है और धान की खेती को जो पोषण मिलना चाहिए, वो नहीं मिल पा रहा है।किसान भाइ इस बात का ध्यान देना दें और अपने से या पंचायत स्तर पर बीज का रिसर्च करें और ज्यादा रसायनों का उपयोग न करें। खेतों की ऊर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए जीवांश खाद, जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट या केंचुआ खाद आदि का प्रयोग करें।यह खेतों के लिए लाभदायक होता है और इससे धान की पैदावार भी बढ़ेगी । ये जैविक खाद किसान अपने स्तर पर भी तैयार कर सकते हैं,जिससे धान का पैदावार अधिक बढ़ेगा।