प्लान इंडिया,चेतना विकास,नव भारत जाग्रति केंद्र,यूनिसेफ,scpcr और मोबाइल वाणी के साझा प्रयास से बाल विवाह मुक्त झारखण्ड अभियान की ग्यारहवीं कड़ी में आइये हम सुनते हैं बाल विवाह से जुडी एक कहानी जिसका नाम है "बबली का सफर" इस कहानी की पिछली कड़ी में हमसे सुना था कि स्कूल जा कर सुनीता को युवा अनुकूल स्वास्थ्य सेवाओ की जानकारी मिलती है और उनसे ये जानकारी बातों-बातों में बबली को भी देती है। लेकिन क्या बबली इसका लाभ उठा पाएगी आइये आज की ग्यारहवीं कड़ी में हम सुनते हैं बबली सुनीता के साथ आंगनबाड़ी जाती है जंहा आंगनबाड़ी दीदी उसे पोषाहार और IFA की गोली के साथ साथ सबला योजना के बारे में विस्तार पूर्वक बताती हैं... जिसे सुन बबली बहुत खुश हो जाती है और स्कूल जा जाने के कारण के बारे में आंगनबाड़ी दीदी को बताती हैं... ये सुन आंगनबाड़ी दीदी बबली के साथ उसकी माँ से मिलने उसके घर जाती हैं... और उन्हें समझाती हैं कि बबली के स्कूल ना जा पाने से और आगे की पढाई पूरी ना कर पाने से बबली के मन का तनाव बढ़ता जा रहा है। यह सुन बबली की माँ चिंतित हो जाती हैं और आंगनबाड़ी दीदी से कहती है कि वे कोशिश करेंगी बबली के पिता जी से एक विषय पर बात करने की। बबली की माँ सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओ के बारे में बबली के पिता को बताती हैं। जिसे सुन बबली के पिता जी काफी खुश हो जाते हैं और बबली के साथ-साथ गांव की बेटियों को भी स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने का निर्णय लेते हैं... तो साथियों मोबाइल वाणी के साथ आप भी साझा कीजिये कि आपके क्षेत्र में सरकारी योजनाओं की क्या स्थिति है....? क्या आपको उसके बारे में सारी जानकारी है....? और क्या आप योनजाओं के लाभ आसानी से उठा पा रहे हैं...? अपने विचार जरुरत साझा कीजिये नंबर-3 दबा कर।