पेटरवार स्थित विवाह मंडप में बुधवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बोकारो जिला परिषद की ओर से   आंदोलनात्मक कार्यक्रमों को निर्धारित करने को ले कर  तथा आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए एक दिवसीय बैठक की गयी. अध्यक्षता आईडी सिंह ने की. बैठक में रिपोर्ट पेश करते हुए पार्टी के जिला सचिव पंचानन महतो ने कहा कि अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के आह्वान पर आगामी 1 सितंबर को आयोजित होने वाले मांग दिवस के कार्यक्रम को बोकारो में आगामी 5 सितंबर को बोकारो समाहरणालय के समक्ष आयोजित करने का प्रस्ताव दिया. जिसे बैठक ने स्वीकार कर लिया. बैठक में विचारोंपरान्त  सभी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का भी निर्णय लिया गया.  बैठक को संबोधित करते हुए कहा भाकपा नेता एवं झारखंड आंदोलनकारी इफ्तेखार महमूद ने कहा कि आईपीसी, सीआरपीसी तथा सक्ष्य अधिनियम के जगह पर वर्तमान केंद्र सरकार ने मनमानी ढंग से जो नया न्याय संहिता (कोड) 1 जुलाई 2024 से प्रभावित किया है-उस न्याय संहिता से न्यायपालिका कमजोर हो गई और सरकार के नियंत्रण में काम करने वाली पुलिस विभाग को असीमित अधिकार मिल गया है. कहा कि नया कानून के अंतर्गत किसी भी मुकदमा में जमानत के बाद भी पुलिस को हिरासत में लेने का अधिकार मिल गया है।.श्री महमूद ने कहा कि जमानत होने के बाद भी हिरासत में लेने का पुलिस को मिल गयी शक्ति से जमानत और न्यायपालिका का कोई महत्व ही नहीं रहा जाता है. उन्होंने बतलाया कि 7 साल से कम सजा होने वाली धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की थानेदार की बाध्ययता को समाप्त कर उसके मर्ज़ी पर छोड़ दिया गया है. श्री महमूद ने बतलाया कि 1जुलाई से लागू नया आपराधिक कानून जन आंदोलनो को कुचलने का एक हथियार है.  बैठक को आफताब आलम, सत्येंद्र कुमार, दिवाकर महतो, शाहजहां, महेंद्र मुंडा, आईडी सिंह इत्यादि ने संबोधित करते हुए बोकारो जिला में पार्टी को और सशक्त बनाने और जबरदस्त आंदोलन करने  पर प्रकाश डाला. बैठक में आनंद कुमार सिंह, राधेश्याम राम, दशरथ मांझी, चुम्बन महतो, सोमर मांझी, देवानंद प्रजापति, महादेव महतो, सरजू महतो, प्रदुमन सोनी, शकीरा बानो, मुकुंद साव इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे.