मोबाइल वाणी में पक्ष विपक्ष कड़ी संख्या 28 में हम भारत के लोग एपिसोड चल रहा है. हम भारत के लोगों की हित में भारत को सम्पूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गण राज्य, धर्म निरपेक्ष, समाजवादी, राष्ट्र की एकता व अखंडता को बनाये रखने के लिए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागु हुआ. इसी दिन की याद में भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं. भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से तैयार करने में 2 वर्ष 11माह 18 दिन समय लगा था.यह दुनिया का सबसे विस्तृत व लिखित संविधान है. इसमें सर्वोच्च व स्वतंत्र न्यायपालिका  का प्रावधान है. संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले डॉ भीम राव अम्बेडकर ने संविधान सभा में कहा था कि संविधान की असली खूब सुरती तब है जब इसके वास्तविक स्वरुप में लागु किया जा सके अन्यथा यह किताब में लिखे कुछ खूबसूरत वाक्यों से ज्यादा कुछ नहीं. इनका कथन शत प्रतिशत सही है. व्यक्तिगत स्वार्थ को दायरे में रख कर सामूहिक व राष्ट्र हित को देखते हुए अपने अधिकारों का उपयोग कर निष्ठा के साथ अपने कर्तव्योँ का अनुपालन बहुत जरुरी है. संविधान में प्रदत्त अधिकार व अवसर लोगों को नहीं मिल रहा है. संविधान में जिन मूल्यों को तय किया गया है उन मूल्यों का सही व शत प्रतिशत लागू नहीं हो रहा है. राजनीति, जाति, धर्म को ले कर नफरत व हिंसा, दूसरे के अधिकारों का हनन, आपराधिक घटनाओं को अंजाम देना, भ्रष्टाचार का तांडव नृत्य चल रहा है. जो संविधान व राष्ट्र के विरुद्ध है. शिक्षा के साथ जागरूकता की आवश्यकता है. संविधान की पवित्रता को बनाये रखने के लिए हर मानव को निष्ठा व ईमानदारी के साथ काम करना होगा. तभी संविधान की संकल्पना को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए सरकार को हर क्षेत्र में संविधान की  संकल्पना को पूरा करने के लिए अपनी नीति व निर्देश में पारदर्शिता लाना होगा.