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जनता की रिपोर्ट करें मैं वर्तमान में जो चल रहा प्रत्येक महीने रिचार्ज की अनिवार्यता पर अपनी बात रखते हुए छात्र ने बताया कि प्रत्येक माह रिचार्ज कराने में पैसे की काफी दिक्कत होती है

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बिहार राज्य के मुंगेर जिले से राजीव कुमार जी ने मुंगेर की आवाज के माध्यम से ग्रामीण जयंत पासवान जी से बातचीत कि। बातचीत के दौरान जयंत पासवान जी ने ईवीएम मशीन के सदुपयोग दुरुपयोग पर बात रखते हुए बताया कि ईवीएम मशीन का कई जगह पर खुद का उनका भी अनुभव है ,कि ईवीएम मशीन से दुरुपयोग बोट कम होता है। खासकर के ग्रामीण क्षेत्रों में जो ग्रामीण है, जब वोट डालने जाते हैं तो एक साथ में एक या दो से भी ज्यादा बटन दबा देते हैं. ऐसी स्थिति में बोर्ड की भी बर्बादी होती है लेकिन अगर पेपर से चुनाव होता है तो पढ़े-लिखे के साथ मूर्ख भी सही जगह पर लगाते हैं और उनको पता है कि हमने वोट दिया इसलिए बैलेट पेपर से ही चुना होता कि सभी को पता चले कि हमने की और सरकार बनने में जो जनता की भागीदारी होती है वह पूरी हो पाएगी।

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बिहार राज्य के मुंगेर जिले से विपिन कुमार मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है कि प्रतिमा विसर्जन में विशेष ध्यान रखने की जरुरत।मुंगेर प्रखंड क्षेत्र की धरती आस्था और विश्वास की मजबूत डोर युगो से कायम है।यहाँ की सभ्यता और संस्कृति में सदभाव और भाईचारा और एकता का मिसाल दूसरे जिला और राज्यों में दिया जाता है।ईद तथा बकरीद में जहाँ हिन्दू धर्मावलियो के द्वारा शिविर लगाकर मुस्लिम भाइयों को बधाई देते हैवही आज दुर्गा विसर्जन पर मुस्लिम भाई भी पीछे नहीं है।वही दुर्गा विसर्जन पर विभिन्न राजनीतिक पार्टी की ओर से भी सेवा शिविर लगाया गया है।वही लोगों को यह भी सूचित किया गया है की अपने बच्चों के पॉकिट में मोबाइल नंबर डाल दे ताकि बच्चा इधर-उधर भटक न सके।

बिहार राज्य के मुंगेर जिला से दीपक कुमार आर्य जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि निश्चित तौर पर जल ही जीवन है। मानसून के समय में भारत में जोरदार बारिश होती है।इस समय अगर जल संचय किया जाए तो जल संकट से बचा जा सकता है। मानव अभी अपने चरम विकास पर है और इस विकास के क्रम में प्रकृति का भरपूर दोहन किया जा रहा है।और इसी दोहन में पानी की भी बर्बादी भी की जा रही है। पुरे विश्व में दो प्रतिशत मीठे पानी का श्रोत है जिसे मानव अपने पीने के प्रयोग में करता है। अक्सर देखा जाता है कि आम जन पानी की बर्बादी करते है और जब पानी की किल्लत होती है तो वही आम जन सड़को पर उतर आते है।कई लोग नल खुला छोड़ देते है जिससे पानी की बर्बादी देखा जा सकता है । इनका कहना है कि इनके गावं के अधिकतर तालाब सुख चुके है और अभी बहुत कम ऐसे तालाब है जहां पर लोगो द्वारा वर्षा के पानी का संचय किया जाता है।