जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के अख्तियारपुर कार्यालय के सभागार में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत् जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की ओर से बैठक की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम पंचायत राज अख्तियारपुर बलभद्र की सम्मानित पंचायत समिति सदस्य सह सरायरंजन प्रखंड प्रमुख वीणा कुमारी, जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के अध्यक्ष गौरीशंकर चौरसिया, सचिव सुरेन्द्र कुमार, कोषाध्यक्ष वीणा कुमारी सहित अन्य अतिथियों नें संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र से जुड़े कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक दीप्ति कुमारी और अनिल कुमार नें कहा कि पूरे समस्तीपुर जिला में इस अभियान के तहत् 150 गांव को बाल विवाह मुक्त बनानें का संकल्प लिया गया है। प्रखंड प्रमुख वीणा कुमारी नें कहा कि बाल विवाह समाज के लिए अभिशाप और कानूनन अपराध है, इसे रोकना हम सभी की जिम्मेवारी है। गौरीशंकर चौरसिया नें कहा कि बाल विवाह को रोकने के इस महत्वपूर्ण कार्य में सभी का सहयोग जरूरी है। सुरेन्द्र कुमार नें कहा कि बाल विवाह हमारे समाज में जड़ तक फैला हुआ सामाजिक बुराई, कुरीति और कोढ़ है, इससे बच्चों को बचाना है। बच्चों के संरक्षण व अधिकारों की सुरक्षा के लिए बाल संरक्षण समिति के कार्यो की जानकारी जन-जन तक पहुंचानें की आवश्यकता है। किरण कुमारी नें बताया कि बाल विवाह की सूचना मिले तो तत्काल इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन एवं संबंधित संस्था, बचपन बचाओ आंदोलन व चाइल्ड लाइन को दें। मौके पर उपस्थित कौशल कुमार, सपोर्ट पर्सन नें चाइल्ड लाइन की नि:शुल्क राष्ट्रीय फोन सेवा 1098 की भी जानकारी लोगों को दी। इस एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला सह मासिक बैठक में रविन्द्र पासवान, बलराम चौरसिया, वीणा कुमारी, दिनेश प्रसाद चौरसिया, नवनीत कुमार, ललिता कुमारी, कम्यूनिटी सोशल वर्कर्स अमृता प्रीतम, काजल कुमारी, नेहा कुमारी, बीभा कुमारी, कौशल्या कुमारी, सुवंश कुमार ठाकुर, रामा कुमार, रश्मि कुमारी, रीता कुमारी, प्रेम कुमार महतो, मुकेश कुमार सभी नें समस्तीपुर जिला के दस प्रखंड के 150 गांव को एक साल के अंदर बाल विवाह मुक्त गांव बनानें का संकल्प लिया और साथ हीं सब मिलकर इन गांवों से बाल श्रम, बाल यौन शोषण और बाल व्यापार की घटनाओं पर भी स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों, बाल संरक्षण समिति, बाल पंचायत व किशोरी पंचायत की मदद से रोक लगायेंगे। बाल श्रम, बाल दूर्व्यापार, बाल विवाह और बाल यौन हिंसा से बचाव के लिए भारतीय संविधान के अंतर्गत बनाईं गई लोकतांत्रिक संस्थानों को भी संवेदनशील और मजबूत बनाकर जबाबदेह बनायेगें। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के लिए 150 गांवों में कार्यरत 15 कम्यूनिटी सोशल वर्कर्स के द्वारा पीड़ित बच्चों को त्वरित न्याय दिलाने हेतु डिजिटल रूप से लैश करते हुए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन - यूएस की मदद से स्मार्टफोन (मोबाईल) उपलब्ध कराया गया, जिसका वितरण माननीय प्रखंड प्रमुख एवं अध्यक्ष जी के कर कमलों से किया गया।