माल मवेशियाें में फैली लंपी स्किन डिसीज (एलएसडी) बीमारी ने मवेशी पालक किसानों को परेशानी में डाल दिया है। इस बीमारी के जीवाणु तेजी से फैल रहे हैं। बीमारी होने से माल मवेशियों के शरीर पर फोड़े बन रहे है और जोकि घाव में बदल जाते हैं। मवेशी चारा छोड़ देता है। कई बार मवेशी की मौत भी हो जाती है। विशनपुर में दो मवेशी संक्रमित मिले हैं। पशु पालन विभाग ने सतर्कता बरतने हुए इन गांव से पांच किलोमीटर तक मवेशियों का टीकाकरण करने का निर्णय लिया गया है। आसपास के क्षेत्रों में लंपी के लगातार केस सामने आने के बाद विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। कई गांवो के पशुओं में स्किन डिजीज वायरस तेजी से फैल रहा है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों को गांव में फैली बीमारी की जानकारी नहीं है। इसके चलते बीमारी की रोकथाम के अभी तक उपाय नहीं किए जा सके हैं। बताते है कि विद्यापतिनगर प्रखंड के किसानों को मवेशियों के चारा में नमक मिलाकर खिलाने की सलाह दी जा रही हैं। लंपी वायरल तेजी से फैलने के पीछे पशु चिकित्सकों का कहना है कि इस वायरस की चपेट में आने के बाद पशु में सात दिनों तक कोई लक्षण नहीं दिखते। यहीं वजह है कि वायरस तेजी से पशुओं में फैल रहा है। एक पशु में लक्षण होने पर यह दूसरे में फैल जाता है और संपर्क में आने से तेजी से पशु संक्रमित हो रहे हैं।