झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से अंकित मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि क्या आत्महानी करने वाले व्यक्ति के लिए दीर्घकालिक सहायता जरुरी है ?
झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से अंकित मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि क्या आत्महानी करने वाले व्यक्ति के लिए दीर्घकालिक सहायता जरुरी है ?
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आत्म-हानि यानि (Self-harm) यह संकेत है कि कोई व्यक्ति कष्ट या परेशानी में है। ऐसे व्यक्ति को चिकित्सक या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से जांच करानी चाहिए ताकि यह समझा जा सके कि उसने अपने आप को नुकसान क्यों पहुँचाया। कारण जानने के बाद ही आगे की जरूरी सहायता या कदम तय किए जा सकते हैं। आमतौर पर, जब कोई व्यक्ति बार-बार अपने आप को नुकसान पहुँचाता है, लगातार मानसिक तनाव या दुख में रहता है, या अगर आत्म-हानि किसी मानसिक बीमारी का हिस्सा है, तो उसे लंबे समय की मदद की ज़रूरत होती है। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जैसे किसी को बुखार होता है तो उसके कई कारण हो सकते हैं, और उपचार भी कारण के अनुसार दिया जाता है। उसी तरह, आत्म-हानि के पीछे के कारण को समझना ज़रूरी है ताकि सही मदद दी जा सके।
Oct. 11, 2025, 4:19 p.m. | Tags: information health mentalhealth